छत्तीसगढ़

सामान्य जातियों के गरीबों को भी आरक्षण के संकेत सीएम ने कहा-किसी के साथ अन्याय नहीं होगा

रायपुर। सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण की मांग को लेकर अलग-अलग समाज के प्रमुख लोगों ने रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की। श्री बघेल ने उन्हें आश्वस्त किया, कि किसी भी वर्ग के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उनकी मांग पर जल्द ही फैसला होगा।
सरकार ने अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण बढ़ाया है। यह अब 58 से बढ़कर 72 फीसदी हो गया है। इसके बाद सामान्य वर्ग से भी आरक्षण देने की मांग उठने लगी है। इस सिलसिले में ब्राम्हण समाज, अग्रवाल समाज, क्षत्रिय समाज और अन्य अनारक्षित वर्ग के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से उनके निवास पर मुलाकात की। इस दौरान परिवहन मंत्री मो. अकबर और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह भी थे।
प्रतिनिधियों ने कहा कि सामान्य वर्ग के लोगों में भी गरीबी हैं और शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ नौकरियों में भी आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नौकरियों में सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है। प्रतिनिधियों ने मांग की कि अन्य वर्ग के लोगों की तरह गरीब विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सभी समाज के प्रमुखों से बारी-बारी से उनकी बातें सुनी। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश हम सबका है और इसके विकास में सभी समाज के लोगों की भागीदारी रही है। श्री बघेल ने आजादी के आंदोलन से लेकर राज्य निर्माण में ठाकुर प्यारे लाल सिंह, बैरिस्टर छेदी लाल, पं. सुंदरलाल शर्मा सहित अन्य महापुरुषों के योगदान को याद किया।
उन्होंने आरक्षण के मौजूदा स्वरूप की भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण देने को लेकर सबसे संवाद कर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने संकेत दिए कि जल्द ही इसको लेकर फैसला होगा। इस मौके पर शैलेष नितिन त्रिवेदी, धनंजय ठाकुर, ब्राम्हण समाज के सुरेंद्र शुक्ला, बिहारी लाल शर्मा, अटल श्रीवास्तव, रमेश ठाकुर, कन्हैया अग्रवाल, राकेश सिंह ठाकुर सहित बड़ी संख्या में अलग-अलग समाज के लोग मौजूद थे।

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