नेशनलराजनीती

आरोपों के चलते केंद्रीय मंत्री ऍम जे अकबर ने दिया इस्तीफा

नयी दिल्ली 17 अक्टूबर 2018। महिला पत्रकारों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि एमजे अकबर की इस्तीफे की अटकरें काफी पहले से लग रही थी। कहा जा रहा था कि रविवाद को विदेश दौरे से लौटने के बाद एमजे अकबर इस्तीफा दे सकते हैं, लेकिन अकबर ने ये कहकर मामले पर विराम लगा दिया कि वो इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगे। हालांकि कहा जा रहा था कि एमजे अकबर पर इस्तीफे का दवाब बना हुआ था। पिछले दिनों इस मामले में अकबर ने मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था।
10 से ज्यादा लड़कियों के यौन उत्पीड़न का आरोप झेल रहे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने अपनी सफाई दी थी कि उनके खिलाफ जो भी आरोप लगे हैं वो झूठे हैं और मसाला लगाकर पेश किए जा रहे हैं. क्योंकि वो ऑफिशियल विदेशी दौरे पर थे तो इसलिए जवाब नहीं दे पाए थे।
18 साल की इंटर्न के यौन उत्पीड़न का आरोप
शुक्रवार को एक और महिला पत्रकार ने अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. HuffPost. में छपी खबर के मुताबिक “अकबर ने 18 साल की इंटर्न को अपनी ओर खींचा, उसे किस किया और उसके मुंह में अपनी जीभ डालने की कोशिश की ”
ये घटना साल 2007 की है जब मजिलि दे पु कैंप The Asian Age अखबार में इंटर्न थी.
वो उठे और जहां मैं बैठी थी वहां आए, तो मैं भी उठी और उनकी तरफ मैंने हाथ बढ़ाया. उन्होंने मेरे सीधे कंधे के नीचे से, मेरे हाथों को पकड़ा और अपनी तरफ खींच लिया. उन्होंने मेरे मुंह पर किस किया और जबरदस्ती अपनी जीभ मेरे मुंह में घुसाने लगे. मैं सिर्फ खड़ी रही.
एशियन एज की एडिटर सुपर्णा शर्मा ने भी पूर्व पत्रकार और विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर आरोप लगाए हैं. इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में सुपर्णा शर्मा ने कहा कि साल 1993 से 1996 के दौरान अकबर उनके बॉस थे और वो अपने काम की रिपोर्ट उन्हें देती थीं.
सुपर्णा ने कहा, “मैं एक दिन ऑफिस में काम कर रही थी और अकबर मेरे पीछे खड़े थे. उन्होंने मेरी ब्रा का स्ट्रैप खींचा और धीरे से कुछ कहा, जो मुझे फिलहाल याद नहीं है. मैं डर गई थी.”
इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में फ्रीलांस जर्नलिस्ट कनिका गहलोत ने कहा कि 1995 से 1997 के दौरान उन्होंने एमजे अकबर के साथ काम किया है, सभी लोगों के साथ उनका व्यवहार बहुत खराब था.
घटना के बारे में गहलोत ने बताया कि एक दिन उन्हें भी होटल में बुलाया गया, लेकिन कनिका के एक बार मना करने के बाद अकबर ने फिर दोबारा कभी नहीं बुलाया.
6 अक्टूबर को जर्नलिस्ट प्रेरणा सिंह बिंद्रा ने ट्वीट करके बताया कि उन्हें भी एमजे अकबर ने होटल के कमरे में बुलाया गया था. जब बिंद्रा ने आने से इनकार कर दिया, तब उन्हें परेशान किया गया.
बिंद्रा ने बताया कि अकबर ने एक बार पूरी फीचर्स टीम के साथ मीटिंग के दौरान ‘गलत टिप्पणियां’ की थीं. बिंद्रा ये भी याद बताया कि अकबर ऑफिस टीम की दूसरी लड़कियों को भी होटल के कमरों में बुला चुके हैं.
प्रिया रमानी के बाद एक दूसरी जर्नलिस्ट महिला शुमा राहा ने ट्वीट करके आपबीती सुनाई. शुमा ने कहा कि 1995 में अकबर ने उन्हें कोलकाता के एक होटल में इंटरव्यू के लिए बुलाया था. तब अकबर एशियन एज में संपादक थे.
शुमा के बयान के मुताबिक, अकबर ने उनके साथ कुछ नहीं किया था, लेकिन होटल के एक कमरे में बिस्तर पर बैठकर जिस तरह इंटरव्यू लिया जा रहा था, उस वजह से उन्होंने जॉब का ऑफर ठुकरा दिया.
बड़े-बड़े मीडिया संस्थानों के साथ काम कर चुकी जर्नलिस्ट प्रिया रमानी ने सबसे पहले केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर यौन शौषण का आरोप लगाया. महिला ने हार्वे विन्सिटन्स ऑफ द वर्ल्ड नाम से लिखे एक पोस्ट में कहा है कि अकबर गंदे फोन कॉल, टेक्स्ट और असहज करने वाले कॉम्‍प्‍लीमेंट में माहिर हैं.
पहले आर्टिकल में जर्नलिस्ट ने अकबर का नाम नहीं लिया था, लेकिन 8 अक्टूबर को ट्वीट करके उन्होंने सीधे एमजे अकबर का नाम लिया.
source : newpowergame.com

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