छत्तीसगढ़

मंतूराम पवार को भाजपा ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया

रायपुर। अंतागढ़ टेपकांड के मामले में न्यायालय में बयान देने वाले मंतूराम पवार को भाजपा ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मामले में मंतूराम पवार ने कहा कि पार्टी ने बिना नाेटिस जारी किए मुझे पार्टी से निष्कासित किया है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अंतागढ़ मामले में दादागिरी कर लोकतंत्र की हत्या की थी, अब मेरे निष्कासन के मामले में भी दादागिरी कर रहे हैं।
अंतागढ़ टेप कांड मामले में न्यायालय में 164 के तहत बयान देकर सियासी गलियारे में हलचल मचा देने वाले मंतुराम पवार को भाजपा संगठन से बाहर करने की मांग उठी थी। उनके बयान के तीन दिन बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
निष्कासन के बाद श्री पवार ने कहा कि मैं भाजपा का जिला कमेटी में आमंत्रित सदस्य था। लोकसभा चुनाव के दौरान मैंने पार्टी की ओर से झारखंड में कई दिनों तक प्रचार में सक्रिय रहा। वहीं विधानसभा चुनाव में कुनकुरी मंडल में जिम्मेदारी संभाला था। अब पार्टी ने बिना शो कॉज नोटिस जारी किए मुझे एकतरफा निष्कासित कर दिया है। यह भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की दादागिरी है। उन्होंने कहा कि अंतागढ़ के मामले में दादागिरी कर लोकतंत्र की हत्या रमन सिंह ने की है। मुझे बार-बार दबाव डालकर दादागिरी की और नाम वापस लेने पर मजबूर किया। उन्होंने कहा कि पार्टी की एकतरफा कार्रवाई को भाजपा हाईकमान को संज्ञान में लेना चाहिए। ज्ञात हो कि मंतूराम पवार कांग्रेस पार्टी से विधायक भी रह चुके हैं, पर 2014 में अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में पार्टी की सहमति के बगैर चुनाव मैदान से हटने के कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
तीन दिन पूर्व मंतूराम पवार ने न्यायालय में 164 के तहत बयान दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह, पूर्व सीएम अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी एवं पूर्व मंत्री राजेश मूणत के ऊपर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया था। इस बयान के बाद से भाजपा संगठन पर कार्रवाई को लेकर बड़ा दबाव था।

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