छत्तीसगढ़

स्वास्थ्य विभाग में दवा खरीदी में भ्रष्टाचार, कांग्रेस ने जांच की मांग की

रायपुर। डॉ. राकेश गुप्ता अध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्यपाल से स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बजट वर्ष-2016-17 में नियम विरूद्ध करीब सवा चार सौ करोड़ की दवा एवं उपकरण खरीदी में भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस के चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि बजट वर्ष-2016-17 हेतु छत्तीसगढ़ शासन एवं केंद्र सरकार द्वारा आम जनता के इलाज के लिए करोड़ों रुपये स्वीकृत किए गए थे। शासन ने वर्ष 2010 में छग मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड का गठन कर यह निर्णय लिया था कि छग के स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आने वाली सभी दवाईयों, उपकरण एवं अन्य सामग्रियों का क्रय एवं आपूर्ति तथा भुगतान की कार्रवाई सीजीएमएससीएल करेगी। इस प्रक्रिया के तहत विभागों के अंतर्गत आने वाले सभी संचालकों को सीजीएमएससीएल से ही दवाईयों, उपकरणों व अन्य सामग्रियों की खरीद हेतु अपना मांगपत्र एवं सरकार द्वारा प्राप्त बजट राशि देनी होती है।
संचालकों एवं उनके अधीनस्थ विभागों पर क्रय की कार्रवाई पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध था। उसके बावजूद भी जिला चिकित्सा अधिकारी, सिविल सर्जन ब्लॉक चिकित्साअधिकारी, मेडिकल कॉलेज एवं अन्य संस्थानों विभागों द्वारा करीब 226.39 करोड़ का क्रय का कार्य वर्ष-2016-17 में बिना निविदा के नियम विरूद्ध किया गया, जिसमें करीब 90 करोड़ की खरीदी सिर्फ 15 फर्मों से ही की गई एवं उनका भुगतान कर दिया गया। इसमें किसी भी प्रकार के नियमों का पालन नहीं किया गया। यह कार्य वर्ष-2016-17 के बाद भी आज तक अनवरत रूप से जारी है। इसमें विभाग के संचालकों एवं सीजीएमएससीएल की मिलीभगत से सारा खेल किया गया है। यह सीधा गबन का मामला है। इसके अलावा छग शासन के कुछ और विभाग जैसे कर्मचारी राज्य बीमा, सीजीएमएससी, पशु चिकित्सा विभाग, आयुष विभाग आदि विभागों द्वारा सिर्फ वर्ष 2016-17 में ही करीब 198.72 करोड़ रुपये के दवा घोटाले किए गए।

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