छत्तीसगढ़

केंद्र के खिलाफ बोलना भी देशद्रोह हो गया-भूपेश गांधी के राष्ट्रवाद में हर वर्ग के लिए जगह, गांधी विचार पदयात्रा

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांधी विचार पदयात्रा के डूंडा (सेजबहार) पहुंचने पर एक सभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वो, केंद्र सरकार के खिलाफ बोलने पर देशद्रोही और भाजपा के खिलाफ बोलने पर धर्मद्रोही मानते हैं। उनका राष्ट्रवाद, देश का राष्ट्रवाद न होकर मुसोलिनी और हिटलर का राष्ट्रवाद है। उन्होंने बापू को याद करते हुए कहा कि गांधी के राष्ट्रवाद में हर वर्ग के लिए जगह है। असहमति वालों के लिए भी उनके राष्ट्रवाद में जगह है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर प्रदेश कांग्रेस की गांधी विचार पदयात्रा 4 अक्टूबर को कंडेल(धमतरी) से शुरू हुई, जो बीती शाम-रात सेजबहार पहुंची। सेजबहार से यह पदयात्रा आज सुबह निकलकर डूंडा पहुंची। यात्रा में मुख्यमंत्री श्री बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, राज्य सभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा समेत कई विधायक, जनप्रतिनिधि प्रमुख रूप से शामिल हुए। वहां एक सभा के बाद यात्रा आगे बढ़ गई।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता पदयात्रा निकालकर गांधीजी के विचार को जन-जन तक पहुंचाने में लगे हैं। दूसरी ओर गांव-गांव में यह चर्चा हो रही है कि कौन राष्ट्रवाद है और कौन नहीं। यह भी चर्चा है कि कौन लोग आजादी की लड़ाई में शामिल हुए और कौन नहीं, लेकिन यहां विडंबना यह है कि जिन्होंने आजादी की लड़ाई में भाग नहीं लिया, वे लोग उसकी सर्टिफिकेट बांट रहे हैं।
उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि वर्षों मेहनत के बाद हमें आजादी मिली है। गांधीजी समेत कई महान महापुरुषों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन कर हमें आजादी दिलाई। गुरुनानक, कबीर जैसे महात्माओं ने हमें अच्छे मार्गों पर चलने का रास्ता बताया। गांधी जी की तरह छत्तीसगढ़ में बाबा गुरु घासीदास ने सत्य के रास्ते पर चलना सिखाया। उनके राष्ट्रवाद में असहमति के लिए कोई जगह नहीं थी। यह गांधी का राष्ट्रवाद है, भाजपा, आरएसएस का नहीं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि गांधी जी, देश के किसान, मजदूर, महिला, बच्चों समेत हर वर्ग के साथ रहे। उन्होंने देश से अंग्रेजों को भगाने का काम किया। विदेशी कपड़ों से दूर रहने चरखा का सहारा लिया। यह बात गोड़से को पसंद नहीं थी, क्योंकि वह एक अलग विचारधारा से प्रेरित था। उन्होंने कहा कि गांधी जयंती पर भाजपा सांसद भी पदयात्रा कर रहे हैं, लेकिन उनकी यह पदयात्रा छत्तीसगढ़ में कहां से निकल रही है, यह पता नहीं। उन्होंने कहा कि गांधी को मानना है तो गोड़से को मुर्दाबाद कहना होगा। दोनों का एक साथ मान नहीं हो सकता।

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