छत्तीसगढ़

सिमी का फरार आतंकी हैदराबाद में पकड़ाया, 6 साल से फरार था, 17 साथी पहले ही पकड़े जा चुके हैं

रायपुर। बोधगया, पटना बम ब्लॉस्ट से जुड़ा सिमी (प्रतिबंधित संगठन)का एक आतंकी हैदराबाद एयरपोर्ट में पकड़ा गया। पुलिस उसे वहां से रायपुर लेकर पहुंच गई है और उसे कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लेने में लगी है। वह पिछले 6 साल से फरार था। उस पर रायपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में सिमी का प्रचार-प्रसार करते हुए मीटिंग करने एवं बम ब्लास्ट के आरोपियों को रायपुर में छिपने के लिए लाने-ले जाने का आरोप है। उसके 17 साथी 2013 में मामला सामने आने के बाद से गिरफ्तार कर लिए गए थे।
एसएसपी आरिफ शेख ने यह जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि सिमी का पकड़ा गया आतंकी अजहरूद्दीन उर्फ अजहर उर्फ केमिकल अली (32) मौदहापारा रायपुर का रहने वाला है। उसके भारत छोड़ विदेश भागने की चर्चा थी। एटीएस एवं रायपुर पुलिस मुखबिर लगाकर एवं अन्य तकनीकी विश्लेषण के आधार पर उसकी लगातार पतासाजी में लगी थी। इस दौरान पुलिस को आरोपी के फ्लाईट से हैदराबाद पहुंचने की खबर लगी। इसके बाद बड़े पुलिस अफसरों के निर्देश पर पुलिस व एटीएस की एक विशेष टीम हैदराबाद के लिए रवाना हुई और वह एयरपोर्ट पर ही पकड़ लिया गया।
बताया गया कि फ्लाईट के हैदराबाद पहुंचने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी से समन्वय बनाकर विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की निगरानी की जाती रही, तभी आरोपी अजहरूद्दीन उर्फ अजहर हिरासत में ले लिया गया। वह 2013 में यहां अपराध दर्ज होने के बाद से विदेश भाग गया था। 6 साल बाद वह वापस भारत आया और पकड़ा गया। उसके कब्जे से एक पासपोर्ट, दो ड्रायविंग लायसेंस, एक वोडिंग पास एवं एक मतदाता परिचय पत्र जब्त हुआ है। एसएसपी का कहना है कि आतंकी से कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में उससे जुड़ी और कई जानकारी सामने आ सकती है।
नरेंद्र मोदी को बम से उड़ाने कीसाजिश रचने वालों में नाम था
राजातालाब रायपुर में कोचिंग सेंटर चलाने वाले उमर सिद्दीकी और उसके साथी को पुलिस ने 2013 में छापा मारकर गिरफ्तार किया था। वह पटना बोधगया ब्लास्ट की साजिश में शामिल था और अभी बिहार जेल में बंद हैं। उसने, 16 सिमी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर 2013 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ साजिश रची थी। उन्हें अंबिकापुर रोड शो के दौरान बम विस्फोट से उड़ाने योजना थी। इस साजिश में 17 साल के नाबालिग समेत अन्य लोग शामिल थे। आरोपियों की साजिश को नाकाम करते हुए छत्तीसगढ़ एटीएस ने उन्हें पहले ही पकड़ लिया था। इसी में अजहर का भी नाम सामने आया था।

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