छत्तीसगढ़

बदली-बारिश से धान फसल को नुकसान, किसान चितिंत, 37 लाख हेक्टेयर में ली जा रही फसल

रायपुर। प्रदेश में पिछले दो-तीन दिनों की बदली-बारिश से धान फसल को नुकसान पहुंच सकता है। उसमें माहो के साथ अन्य कीड़े लग सकते हैं। किसानों का चिंता व्यक्त करते हुए कहना है कि शुरूआत में अच्छी बारिश न होने से वे सभी परेशान थे। अब धान पकने और कटाई के समय बदली-बारिश से वे सभी परेशान हैं। आने वाले कुछ दिनों तक यहीं स्थिति रही, तो उन्हें धान फसल से नुकसान हो सकता है।
प्रदेश में करीब 37 लाख हेक्टेयर में धान फसल की बुवाई की गई है और बाद में हुई अच्छी बारिश से यह फसल पूरी तरह से संभल गई है। उसमें बालियां निकल आई हैं और कम अवधि वाले धान लगभग पककर तैयार हैं। ज्यादा अवधि वाले धान फसल में भी बालियां निकलने के साथ उसके पकने का क्रम जारी है। ऐसे समय में बदली-बारिश से कीट प्रकोप की पूरी संभावना मानी जा रही है। ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है। उन्हें फसल बचाव पर और खर्च करना पड़ सकता है।
किसानों का कहना है कि पक चुके धान के पौधे बदली-बारिश से गिर जाते हैं और बालियों से दाने टूटकर गिरने लगते हैं। उसमें कीड़े भी लग जाते हैं, जो बालियों को बीच-बीच से काट कर नीचे गिरा देते हैं। ज्यादा अवधि वाले धान फसल में माहो व अन्य कीड़े लग जाते हैं, जिससे बालियां पकने के बजाय सूख जाती है और दाने पूरी तरह से बेकार हो जाते हैं। इस तरह धान फसल पर मौसम की फिर से मार पड़ सकती है और पैदावार प्रभावित हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग ने मानसून वापसी के बाद भी आने वाले दो-तीन दिनों तक प्रदेश में बदली-बारिश की संभावना जताई है। कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश भी हो रही है।

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