छत्तीसगढ़

विधानसभा अध्यक्ष डॉ.महंत का हुआ आतिशी स्वागत, कहा न्यायधानी मेरा अपना शहर

क्रेन से पहनाई गई फूलों की माला

बिलासपुर। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत शनिवार को शहर पहुंचे। जैसे ही उन्होंने रेलवे प्लेट फार्म पर कदम रखा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूल माला पहनाते हुए बैंडबाजे के साथ उनका स्वागत किया गया। स्टेशन से निकलते ही उनके स्वागत में जनता भी उमड़ पड़ी। इस तरह रेलवे स्टेशन से लेकर कांग्रेस भवन तक उनका 3० से ज्यादा स्थानों पर ढोल-ताशों के साथ आतिशी स्वागत किया गया।
वधानसभा अध्यक्ष प्रेस क्लब पहुंचे। यहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि पिछली सरकार विधानसभा सत्र को जानबूझकर छोटा रखती थी, ताकि विपक्ष को बोलने का अवसर न मिले। यह बात कम से कम मेरे कार्यकाल में तो नहीं होगी। 8 फरवरी से 8 मार्च के बीच 24 दिन का विधानसभा सत्र है। सभी को अपनी बात रखने बराबर समय दिया जाएगा। पिछली शिकायतों की पुनरावृत्ति नहीं होगी। किसी के साथ भेदभाव भी नहीं किया जाएगा, क्योंकि पिछली सरकार ने विधायकों को किसान, युवा, महिलाओं, गरीबी, व्यापारियों के मुद्दों को भरसक दबाया। जबकि चुन कर पहुंचे सदस्यों का काम ही समस्याओं को सदन में रखना है, लेकिन ऐसा नहीं करने दिया गया। अब शिकायत नहीं रहेगी। ज्यादा से ज्यादा सवाल आएंगे और ज्यादा से ज्यादा उत्तर भी मिलेगा। क्या लोकसभा और राज्य सभा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ विधानसभा का भी लाइव प्रसारण होगा। अपना कोई टेलीविजन होगा। प्रश्न पर उन्होंने कहा कि प्रयास किया जाएगा कि लोकसभा और राज्यसभा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्रवाइयों का सीधा प्रसारण हो। कार्रवाई में पारदर्शिता होने से सदन की मर्यादा भी बनी रहेगी। जनता भी देखेगी कि उनके चुने हुए सदस्य क्या काम-काज कर रहे हैं।
० गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं
क्या कांग्रेस में गुटबाजी है। कल तक जो नेता बिलासपुर में आए उनके स्वागत करने वाले आज नहीं दिखाई दिए। सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कौन आए थे और कौन नहीं आए। पार्टी में गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं है। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति के सवाल पर महंत ने कहा उन्हें पार्टी की रणनीति नहीं मालूम। लेकिन इतना तो तय है कि पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर कर रही है।
० फिजूल खर्ची पर रोक लगेगी
पिछले विधानसभा अध्यक्ष के घर में 48 एसी लगे थे, क्या आप फिजूलखर्ची पर रोक लगाएंगे प्रश्न पर महंत ने कहा कि फिजूल खर्जी पर रोक लगना ही चाहिए। किसी प्रकार की फिजूल खर्ची का समर्थक नहीं करता।
० लोकसभा चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं
अभी तक रिकार्ड रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष बनने वाले की हार होती है। क्या आप लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, प्रश्न पर महंत ने कहा कि यह सच है कि विधानसभा अध्यक्षों की हार होती है। इस बार तो भाजपा की बुरी हार हुई। लोकसभा चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता है। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक अग्रवाल, नगर विधायक श्ौलेष पांडे, तखतपुर विधायक रश्मि सिह विशेष रूप से मौजूद थे।

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