सरकार के कारण किसानों नहीं मिल पा रहा सम्मान निधि, भाजपा का हंगामा
गर्भगृह में पहुंचे भाजपा विधायक निलंबित
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों की सूची केन्द्र को नहीं भेजने के कारण राज्य के किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलने का मामला सदन में भाजपा ने उठाया और इस पर स्थगन के माध्यम से चर्चा की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत ने कहा कि प्रस्ताव विचाराधीन है। आसंदी की व्यवस्था से भाजपा सदस्य असंतुष्ट होकर सदन में जमकर की नारेबाजी और गर्भगृह में प्रवेश कर गए। इसक कारण भाजपा के 12 विधायक स्वमेव निलंबित हो गए। भारी हंगामे और शोर-शराबे के बीच आसंदी को सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही आसंदी ने भाजपा विधायकों के गर्भगृह में पहुंचने पर कहा कि नियम प्रक्रिया तहत 12 विधायकों को निलंबित किया गया और निलंबन की अवधि समाप्त करते हैं।
प्रश्नकाल समाप्त होते ही शून्यकाल में पहले नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि किसान सम्मान निधि योजना को लेकर पूरे देश में क्रियान्वयन शुरू हो गया है, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार केंद्र को जानबूझकर किसानों के दस्तावेज नहीं भेज रही है। राज्य सरकार किसानों को किस आधार इसका लाभ पाने से रोक रही है।
भाजपा के ही अजय चंद्राकर ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार किसानों की उपेक्षा कर रही है, किसानों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान हितैषी होने का दावा कर रही है। अपनी इस असहयोग पूर्ण रवैये पर चर्चा नहीं कर रही है। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कि छत्तीसगढ़ में 30 लाख किसान भी मान ले तो 1800 करोड़ रुपए किसानों के खाते में जाना है। उन्होंने कहा जानबूझकर केंद्र को राज्य सरकार किसानों का डिटेल नहीं भेज रही है। नारायण प्रसाद चंदेल ने कहा किसानों की सम्मान निधि से किसानों को वंचित करना अच्छा काम नहीं है। धरमलाल कौशिक ने कहा किसान सम्मान निधि से किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपए मिलेगा। यह लाभ किसानों को हर साल मिलेगा इस पर सरकार सहयोग करे। बसपा विधायक डॉ. केशव चन्द्रा ने भी इस विषय में सरकार को तत्काल कार्रवाई करने की मांग की। अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा यह मामला मेरे पास विचाराधीन है। फिर क्या था सदन में मौजूद भाजपा के 12 विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में प्रवेश कर नारेबाजी शुरू कर दी। इसी बीच विधानसभा की कार्रवाई पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
ये हुए निलंबित
डॉ. रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, शिवरतन शर्मा, कृष्णमूर्ति बांधी, रंजना दीपेन्द्र साहू, डमरुधर पुजारी, बृजमोहन अग्रवाल, नारायण प्रसाद चंदेल, अजय चंद्राकर, भीमा मंडावी, विद्यारतन भसीन एवं सौरभ सिंह।