CG LIQUOR SCAM | शराब घोटाले में EOW की बड़ी कार्रवाई, कवासी लखमा पर 1167 पन्नों की चार्जशीट, सियासत गरमाई

रायपुर, 5 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने पूर्व आबकारी मंत्री और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा के खिलाफ 1167 पन्नों की चार्जशीट विशेष अदालत में दाखिल की है। इसके बाद प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है।
चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच एजेंसी का दावा है कि कवासी लखमा को घोटाले से 64 करोड़ रुपये का कमीशन मिला, जिसे अलग-अलग माध्यमों से उनके पास पहुंचाया गया। इस मामले में EOW ने बताया कि शराब घोटाले को एक संगठित सिंडीकेट के ज़रिए अंजाम दिया गया, जिसमें लखमा की भी प्रमुख भूमिका रही।
चार्जशीट का ढांचा भी चर्चा में है, 1167 पन्नों में से 1100 पन्ने सबूतों से भरे हैं, जबकि 67 पन्नों में घोटाले की विस्तृत समरी दी गई है।
कांग्रेस ने किया आदिवासी नेता पर निशाना साधने का आरोप
चार्जशीट सामने आने के बाद कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोलते हुए इसे “आदिवासी नेताओं को टारगेट करने की साजिश” करार दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा,
“यह कार्रवाई आदिवासी नेतृत्व को बदनाम करने के लिए की जा रही है। यह सिर्फ कवासी लखमा नहीं, बल्कि पूरे आदिवासी समाज पर चोट है।”
भाजपा का पलटवार : “लखमा को कांग्रेस ने ही फंसाया”
उधर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कांग्रेस पर ही पलटवार करते हुए कहा कि, “कवासी लखमा को फंसाने में खुद कांग्रेस के नेताओं का हाथ है। कांग्रेस का आंतरिक खेल ही अब बाहर आ रहा है। भूपेश बघेल और अमरजीत भगत को आत्ममंथन करना चाहिए।”
भाजपा : “घोटालेबाजों पर शिकंजा कसना शुरू”
भाजपा का कहना है कि सत्ता में आने से पहले उन्होंने इस घोटाले को उजागर करने का वादा किया था और अब सरकार बनने के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। पार्टी नेताओं का कहना है कि लखमा सिर्फ मोहरा हैं और असली चेहरे अब सामने आने लगे हैं।
ईओडब्ल्यू की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, शराब सिंडिकेट के और भी चेहरे सामने आने की संभावना है। कई अधिकारी और नेता अभी रडार पर हैं।
अब सबकी निगाहें अदालत की अगली कार्रवाई और आने वाली पूछताछ पर टिकी हैं। यह देखना बाकी है कि इस घोटाले की आंच आगे किन बड़े नेताओं तक पहुंचती है।