छत्तीसगढ़

गांव से शहर तक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाएगी-दासन

रायपुर। शहर से गांव तक अतिक्रमण की रिपोर्ट लेकर कार्यवाही की जाएगी। रायपुर को पॉलीथीन मुक्त जिला बनाया जाएगा। स्वास्थ्य, शिक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में भी जिलों को बेहतर बनाया जाएगा। जल संरक्षण में विशेष रूप से फोकस किया जाएगा। तालाब गहरीकरण एवं अन्य चीजों को लेकर ध्यान दिया जाएगा। काम की गति पर कोई समझौता नहीं होगा।
नवनियुक्त रायपुर जिले के कलेक्टर डॉ. एस. भारती दासन ने पत्रकारों से कहा कि जनता का काम समय पर हो, परिणाममूलक हो, यह हमारी पहली प्राथमिकता होगी। वर्षा ऋतु में बीमारी से बचाव के लिए अभी से ध्यान देने के लिए कहा गया है। जल संरक्षण, जल संवर्धन में भी विशेष रूप से कार्य करने के लिए कहा गया है। शहर में व्यवस्था सुधारने की बहुत गुंजाइश है। जिस पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पॉलीथिन की संस्कृति की मुक्ति के लिए विशेष रूप से जोर दिया जाएगा और जनता से अपील है कि वे पॉलीथिन के उपयोग के नुकसान से बचने के लिए थैला संस्कृति को अपनाए और व्यापारी भी कागज के लिफाफों पर जोर देकर उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा। निजी स्कूलों के मनमानी फीस वसूली पर भी ध्यान दिया जाएगा।
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरण निश्चित रूप से रायपुर में अधिक है। जिस पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर से गांव तक अतिक्रमण का जो विषय है उस पर रिपोर्ट ली जाएगी और अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्व के प्रकरण का निपटारा समय-समय पर हो इस पर फोकस होगा। उन्होंने कहा कि जनता के लिए मेरा दरवाजा हमेशा खुला हुआ है। उनसे जब पूछा गया कि जनदर्शन जैसी योजनाओं पर क्या आप ध्यान देंगे तो उन्होंने साफ कहा कि मेरा दरवाजा जनता के लिए हमेशा खुला हुआ है। उनसे जब पूछा किया गया कि जिले के अलग-अलग विभागों में लंबे समय से एक ही विभाग पर बाबू जमे हुए हैं वो अपेक्षित एवं परिणाममूलक काम में बाधित है तो इस संस्कृति से कैसे निपटेंगे तो उन्होंने कहा कि आज ही जिले के अधिकारियों को चेताया गया है कि समय पर नियम अनुसार काम करें अन्यथा ऊपर से नीचे तक जो जरूरी कार्यवाही होगी वह भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अपनाया जाएगा। रायपुर जिले के विशेष कर शहर में तालाबों के सौंदर्यीकरण के नाम पर पानी की निकासी बंद कर दिया गया है। इससे कैसे निपटेंगे। उन्होंने कहा कि इस विषय पर ध्यान दिया जाएगा और तालाबों में पानी के प्रवेश और निकासी की व्यवस्था पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि काम को अपेक्षित गति से करें। इसके लिए ऊपर से नीचे तक जवाबदेही तय की जाएगी।

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