छत्तीसगढ़

मरुस्थल से आ रही शुष्क हवा, भीषण गर्मी झुलसा प्रदेश

छत्तीसगढ़ी। नौतपा के तीसरे दिन सूर्यदेव ने अपना रौद्र रूप दिखाया। लेकिन कल सुबह से आसमान में छाए हल्के बादलों से चिलचिलाती गर्मी और सूरज की तपिश से थोड़ी राहत मिली। बादल छाने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई, लेकिन लोग उमस से परेशान रहे। वहीं रविवार को तापमान 1 डिग्री लुढ़कर 43 डिग्री रहा। मौसम विभाग ने रविवार के दिन छत्तीसगढ़ में मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई है। जबकि रायपुर में आसमान साफ रहेगा और तापमान 45 डिग्री तक जाने की संभावना है। मौसम विभाग ने नौतपा शुरू होने से पहले ही रायपुर समेत पूरे प्रदेश में तापमान में बढ़ोतरी के संकेत दिए थे।
मरुस्थल से आ रही शुष्क हवा से पूरा प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है। उत्तर से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक सभी जगह तापमान सामान्य से ज्यादा बना हुआ है। रायपुर और बिलासपुर संभाग में एक-दो दिन में लू चलने की स्थिति है। देश के पश्चिमी हिस्से से आ रही गर्म हवा से प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है। हवा की औसत रफ्तार 10 किमी/घंटा है। उत्तर से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक तापमान सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा है। रायपुर और बिलासपुर संभाग में लू चल सकती है।
बिलासपुर में अधिकतम तापमान 46 डिग्री से ऊपर चला गया। मध्य छत्तीसगढ़ में रायपुर सबसे गर्म रहा। लालपुर मौसम केंद्र में पारा 44.8 डिग्री रहा, लेकिन माना एयरपोर्ट में तापमान 45.6 डिग्री तक पहुंच गया। रायपुर में रविवार की दरमियानी रात पारा 33 डिग्री के करीब पहुंच गया और पूरी रात गर्म हवा चली।
दिन में तेज गर्मी की वजह से सूरज ढलने के बाद भी मौसम ठंडा नहीं हो पा रहा है। यही वजह है कि रात का तापमान भी बढ़ा हुआ है। सभी जगह पारा सामान्य से अधिक है। पेंड्रारोड, अंबिकापुर और राजनांदगांव में रात का तापमान क्रमश: 29.6 डिग्री, 28.9 तथा 30.5 डिग्री रहा, जो सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा है। माना एयरपोर्ट, बिलासपुर में पारा 31.1 और 30.1 डिग्री है। यहां तापमान सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा है।
सरगुजा संभाग के तापमान में थोड़ी कमी आई है। अंबिकापुर में दिन का तापमान 39.2 डिग्री तक गिर गया है। पेंड्रारोड में भी दिन का तापमान 40.6 डिग्री के आसपास है। यहां हवा में नमी सुबह से शाम तक 40 प्रतिशत के आसपास है, इसलिए यहां दिन के तापमान में गिरावट आई है। मध्य छत्तीसगढ़ में रायपुर सबसे गर्म रहा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार समुद्र में फिलहाल कोई बड़ा डेवलपमेंट नहीं है। इसलिए नमी बढऩे की संभावना कम है, बल्कि रेगिस्तान से आने वाली गर्म हवा से प्रदेश में लू चलने की संभावना है।

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