छत्तीसगढ़

हिरासत में मौत पर भाजपा का जांच दल गठित

सीएम या तो गृहमंत्री को काम करने दे या प्रभार अपने पास ले लें

रायपुर। बिना अपराध दर्ज किये सूरजपुर जिले के चंदौरा थाना में पुलिस हिरासत में मौत पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि मात्र 6 महीने के कार्यकाल में ही शासन का कानून व्यवस्था से भी नियंत्रण पूरी तरह हट गया है। समूचे प्रदेश में अराजकता और मनमानी चरम पर है। शांति का टापू अपना छत्तीसगढ़ हत्या, लूट, अपहरण, बलात्कार आदि के लिए कुख्यात होता जा रहा है। खासकर पुलिस हिरासत में मौत का मामला तो इतना गंभीर है जिस पर मुख्यमंत्री को कड़ी कार्रवाई करते हुए स्वयं प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिए।
श्री कौशिक ने कहा कि यह पहला मामला भी नहीं है। इससे पहले भी पांडुका और मरवाही में ऐसी घटना हो चुकी है, और सिवा खानापूर्ति के सरकार ने कुछ भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि केवल पुलिस कर्मियों को निलंबित करना समाधान नहीं है, शासन को कड़े से कड़ा कदम उठाते हुए सख्ती से ऐसी घटनाओं को रोकना चाहिए। श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नजर नहीं आ रही है। गुण्डे और असामाजिक तत्व सरेआम बेखौफ घूम रहे हैं।
श्री कौशिक ने कहा कि या तो मुख्यमंत्री संबंधित मंत्री को काम करने दें या उन्हें गृह विभाग का प्रभार अपने पास रख लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि समूचा गृह विभाग आज एसआईटी विभाग बना हुआ है। हास्यास्पद तबादलों के लिए ही केवल विभाग जाना जा रहा है। कानून व्यवस्था बहाल रखने के अपने मूल काम के बदले यह विभाग अन्य तमाम तरह के हथकंडों, प्रतिशोध की राजनीति का उपकरण बन गया है।
श्री कौशिक ने कहा कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ भाजपा जबरदस्त आंदोलन छेडऩे पर मजबूर होगी। पार्टी इस तरह लोगों को बेमौत मरता नहीं देख सकती। वह सड़क से लेकर सदन तक सरकार की नाक में दम कर देगी।
भाजपा का जांच दल गठित
भाजपा विधायक दल ने चंदौरा में पुलिस हिरासत में हुए मौत को गंभीर माना है और सूरजपुर के चंदौरा थाना में हुए युवक की मौत की जांच के लिए भाजपा का दो सदस्यीय जांच दल गठित किया है। पूर्व मंत्री और विधायक कृष्णमूर्ति बांधी, विधायक सौरभ सिंह इस पूरे मामले की जांच कर प्रदेश भाजपा नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

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