छत्तीसगढ़

प्रदेश अकाल की चपेट में आने वाले दिनों नहीं बरसा तो मुश्किल

18 जिलों में 60 प्रतिशत कम बारिश, प्रदेश में 24 प्रतिशत कम बारिश

रायपुर। छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों में मानसून के इस सीजन में पानी नहीं बरसने से किसानों का चेहरा मुरझा गया है। कई जगहों पर शुरूआती मानसून से खेतों में बुवाई की तैयारी शुरू हो गई थी, पर उसके बाद यह इसमें देरी होने से खेती पिछड़ गया। कई जगहों पर बुवाई होने के बाद पानी नहीं बरसने से अब खेतों में दरार पडऩे लग गई है। आने वाले चार-पांच दिनों में पानी नहीं बरसा तो कई जिलों में अकाल की स्थिति नजर आ रही है। राज्य में इस सीजन के हिसाब से अब तक 24 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इसमें 18 जिले ऐसे है जहां पर 60 प्रतिशत कम बारिश हुई।
छत्तीसगढ़ में इस साल मानसून सीजन में सिर्फ 388.5 मिमी बारिश दर्ज है। यहां सामान्य औसत से 24 प्रतिशत कम बारिश हुई है। अब तक राजधानी में 43 फीसदी कम है जो इस मानसून सीजन में 242.5 मिमी बारिश हुई है। प्रदेश के एक मात्र कोंडागांव जिले में अभी तक सामान्य से 38 फीसदी अधिक बारिश हुई है। वहीं 18 जिलों में सामान्य से करीब 60 फीसदी तक कम बारिश दर्ज की गई है। बस्तर के पांच जिलों समेत 8 जिले ऐसे हैं, जहां सामान्य बारिश हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि कहीं कोई बड़ा सिस्टम न बनने से आने वाले दो-तीन दिनों तक प्रदेश में अच्छी बारिश की संभावना नहीं है।
मौसम विभाग के मुताबिक कोंडागांव जिले में अभी तक 443.7 मिमी बारिश होनी थी, लेकिन वहां इससे अधिक 610.9 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य से 38 फीसदी ज्यादा है। बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, सुकमा, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद जिले में सामान्य बारिश हुई है। बाकी सरगुजा, बिलासपुर, दुर्ग व रायपुर संभाग के 18 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। सरगुजा में प्रदेश के सभी जिलों की तुलना में सबसे कम बारिश हुई है। इसके बाद सबसे कम बारिश वाले जिलों में रायपुर, राजनांदगांव, मुंगेली, दुर्ग, बेमेतरा व बलौदाबाजार शामिल है।

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