कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आरपी सिंह बोले जनहितकारी नीति में बाधा डालती है भाजपा,
खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस के द्वारा घोषणा पत्र जारी होने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों में जुबानी जंग का सिलसिला शुरुर हो गया है।बीते दिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने सभा ली , इस दौरान उन्होंने कहा कि जनहितकारी नीतियों में बाधा डालना ही भाजपा का काम है। वहीं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हार से घबराकर झूठी घोषणाओं पर उतर आए हैं सीएम भूपेश बघेल।
वही छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता आरपी सिंह ने आरोप लगाया है कि सीएम भूपेश बघेल के घोषणा पत्र जारी कर खैरागढ़, छुईखदान, गंडई को नया जिला बनाने की घोषणा करते ही डॉ. रमन सिंह और पूरी भारतीय जनता पार्टी इस जिले के निर्माण के विरोध में खड़ी हो गई है। खैरागढ़ विधानसभा की जनता इस विरोध को बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने आगे कहा कि 15 वर्षों तक डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री रहे और कोमल जंघेल 5 साल विधायक और 5 साल संसदीय सचिव रहे, लेकिन खैरागढ़, छुईखदान, गंडई को जिला बनाने का कोई प्रयास नहीं किया। इसके पीछे डॉक्टर रमन सिंह का निहित स्वार्थ था। खैरागढ़ राजनांदगांव और कवर्धा के बीच में पड़ता है। कवर्धा जहां डॉक्टर रमन सिंह का गृह जिला है, वहीं राजनंदगांव उनका निर्वाचन जिला है। इन दोनों जिलों का महत्व हमेशा बना रहे इसलिए खैरागढ़ छुई खदान गंडई जिले का निर्माण उन्होंने नहीं किया और उनके दबाव के चलते ही कोमल जंघेल कभी इस मुद्दे को उठा भी नहीं सके। डॉ रमन सिंह भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल और पूरी भाजपा को अब खैरागढ़ विधानसभा की जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे जिले के निर्माण के पक्ष में हैं या खिलाफ। अगर वह जिले के निर्माण के पक्ष में हैं तो 15 वर्षों तक उन्होंने जिले का निर्माण क्यों नहीं किया?