भीम आर्मी ने भारत बंद आंदोलन के शहीदों को राजधानी में कैंडल मार्च निकालकर दी श्रद्धांजलि
सुप्रीम कोर्ट ने एट्रोसिटी एक्ट कानून को रद्द करने के लिए लचीला कर दिया था जिसके विरोध में एससी एसटी के द्वारा 2 अप्रैल सन 2018 को महा आंदोलन भारत बंद कर विरोध जाहिर करके शासन प्रशासन को अवगत कराया था। भारत देश के प्रथम कानून मंत्री संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर के साथ हुए जुल्म भेदभाव को देखकर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने एससी एसटी वर्ग के लिए एट्रोसिटी एक्ट कानून बनाया था ताकि एससी एसटी वर्ग पर कोई जातिसूचक गालियां अभद्र व्यवहार किया जाता है तो उस पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्यवाही की जा सके जिससे एससी एसटी वर्ग पर कोई अभद्र टिप्पणी जातिसूचक ना कर सके उस अधिकार को उस कानून को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा लचीला किए जाने के विरोध में एससी एसटी वर्ग ने मिलकर के 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद कराया था उस दौरान आंदोलन करते हुए एससी एसटी वर्ग के देश के विभिन्न जिलों में शहीद हुए निखिल, पवनसागर, दीपक मित्तल जाटव, राकेश तमोतिया, विमल प्रकाश, जगरूप दशरथ, आकाश, प्रदीप सिंह, जसवंतपुर बॉबी, अमरेश, गोपी, अंकुर, हरविलास,13 लोग खत्म हुए थे सभी उन सभी की शहादत दिवस पर भीम आर्मी छत्तीसगढ़ के द्वारा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भीम आर्मी की प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े के नेतृत्व में रायपुर जिला कमेटी के साथ आंदोलन में खत्म हुई भाइयों की कुर्बानी को यादगार एक हाथ में मोमबत्ती और दूसरे हाथ में 2 अप्रैल 2018 को शहीद हुए सभी वीर भाइयों का छायाचित्र लेकर कैंडल मार्च कर उनके द्वारा समाज के लिए दिए गए कुर्बानी को राजधानी स्थित डॉ भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा के पास भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े,के साथ प्रदेश सलाहकार प्रमोदकुमार वासनिक,रायपुर जिला अध्यक्ष दुजकुमार भास्कर,जिला उपाध्यक्ष विजय मेश्राम,जिला सचिव नीरज वर्मा,जिला सलाहकार शेखर बागड़े,संजय नायक,हराबाई, शीतल काठले, मेहंदी साहू,प्रिया मेश्राम,प्रकाश, के साथ भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं नेे दी श्रद्धांजलि ।