राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत कोरिया जिले के किसानों के खातों में दूसरी किश्त के 26.71 करोड़ रुपये हुए ट्रांसफर
20.08.22| पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना के अंतर्गत राज्य के किसानों, पशुपालक ग्रामीणों, गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों के बैंक खाते में राशि अंतरित की गई।
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्चुअल रूप से जुड़े सभी जिलों के किसानों एवं गौपालकों से चर्चा की। कोरिया जिले में जिला कलेक्टोरेट स्थित स्वान कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टर कुलदीप शर्मा, जिला पंचायत सीईओ कुणाल दुदावत सहित संबंधित अधिकारी तथा योजनाओं के हितग्राही कार्यक्रम में शामिल रहे।
जिले में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत कृषि आदान सहायता के द्वितीय किश्त की राशि कोरिया जिले के 34 हजार 560 किसानों के खातों में 26 करोड़ 71 लाख 28 हजार रूपये अंतरित की गयी। इसके साथ ही गोधन न्याय योजना के अंतर्गत 01 जुलाई से 15 जुलाई तक हुई गोबर खरीदी के लिए 2 हजार हितग्राहियों के बैंक खाते में 10 लाख 81 हजार रुपये की राशि का अंतरण किया गया। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने हितग्राहियों से चर्चा कर उन्हें शुभकामनाएं दीं। ग्राम रटगा के किसान नर्बदा सिंह ने बताया कि उन्होंने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत अब तक 233 क्विंटल धान विक्रय किया है, द्वितीय क़िस्त के रूप में आज 37 हजार 280 रुपए प्राप्त हैं, इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत राज्य के 26 लाख 21 हजार किसानों को इस साल की इनपुट सब्सिडी की दूसरी किस्त के रूप 1745 करोड़ रूपए की राशि उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया। वहीं गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालक ग्रामीणों, गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को 5 करोड़ 24 लाख रूपए की राशि मुख्यमंत्री द्वारा जारी की गई।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी की जयंती सद्भावना दिवस पर मुख्यमंत्री ने दिलायी शपथ
पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी की जयंती ष्सद्भावना दिवसष् पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में वर्चुअल माध्यम से जुड़े सभी लोगों को सद्भावना दिवस की शपथ दिलाई। सभी ने जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र, धर्म अथवा भाषा का भेदभाव किए बिना सभी भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करने तथा हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मतभेद बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाने की शपथ ली।