80 यात्री बसों पर लगा 1 लाख का जुर्माना, 225 वाहन चालकों के लाइसेंस रद्द
छत्तीसगढ़ में बस्तर की सड़कों पर यात्री बसें बेलगाम दौड़ रही हैं। हाल ही में हुए सड़क हादसे के बाद विभाग की अब हरकत में आया है। ओवरलोड, बस फिटनेस और शहर में रफ्तार से बस चलाने वालों पर कार्रवाई की गई है। 2 दिनों के अंदर 80 से ज्यादा यात्री बसों पर 1 लाख से अधिक का जुर्माना लगाया गया है। जबकि, 225 से ज्यादा छोटे-बड़े वाहन चालकों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।
दरअसल, जिन यात्री बसों की जांच की गई, उनमें या तो दस्तावेज अधूरे मिले या फिर थे ही नहीं। ड्राइवर और कंडक्टर बिना वर्दी के वाहन चलाते नजर आए। कई बसों में सवारियों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ऋषभ नायडू ने बताया कि, यह अभियान लगातार जारी रहेगा और जो यात्री बस के मालिक नियमों को तोड़ेंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग को राजधानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से जोड़ने प्रतिदिन अलग-अलग कंपनियों की 300 से ज्यादा बसें चलती हैं। इसके अलावा कुछ मिनी बसें भी हैं जो बस्तर के एक जिले को दूसरे जिले से जोड़ती हैं। लंबे समय से यात्री बसों की किसी तरह की कोई जांच नहीं हुई थी। इसलिए बस संचालकों के हौसले बुलंद थे। संचालक अपनी मनमानी करते थे।
परिवहन विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि, यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले कुल 225 वाहन चालकों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। अब 3 महीने के बाद नए सिरे से चालान पटाने के बाद पुलिस थानों से इन वाहन चालकों को उनके लाइसेंस वापस मिलेंगे। विभाग की माने तो इस साल करीब 650 लर्निंग एवं 548 स्थाई लाइसेंस भी बनाए गए हैं।
महज 3-4 दिन पहले NH-30 पर आसना के पास कार और बस की टक्कर हुई थी। इस हादसे में कार सवार 5 युवाकों की मौत हुई थी। जिसके बाद ही मामले ने तूल पकड़ा था। शहर के युवाओं ने बस की सड़कों पर चलते वाली यात्री बसों पर लगाम कसने के लिए चक्का जाम भी किया था। परिवहन विभाग ने आश्वासन दिया था कि बस चालकों पर कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद ही जाम खोला गया था। यही वजह है कि, अब विभाग हरकत में आया है और 80 से ज्यादा यात्री बसों पर कार्रवाई की गई है।