आरा मिल और फर्नीचर कारोबारियों की दुकानों पर छापेमार कार्रवाई, साढ़े 5 लाख रुपए की इमारती लकड़िया जब्त
18.10.22| गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में मुख्य वन संरक्षक (Chief Conservator of Forest) बिलासपुर राजेश चंदेले अपनी टीम के साथ मरवाही वनमंडल पहुंचे हैं। यहां खोडरी रेंज के बस्तीबगरा और गौरेला रेंज के अमरकंटक से सटे ठाणपथरा इलाके में अवैध कटाई को लेकर जांच की जा रही है। खोडरी रेंज में बड़ी संख्या में पेड़ों की अवैध कटाई की शिकायतें वन विभाग को मिली थी।
वहीं सोमवार को दिनभर वन विभाग की अलग-अलग टीमों ने जिले के आरा मिल और फर्नीचर कारोबारियों की दुकानों पर छापेमार कार्रवाई की। वन विभाग की टीम ने पेंड्रा और खोडरी रेंज में लगभग साढ़े 5 लाख रुपए की इमारती लकड़ियों को जब्त किया। छापेमार कार्रवाई के दौरान अवैध रूप से रखे बेशकीमती लकड़ी के 308 सिलपट की जब्ती की गई।
वन विभाग को 365 घनमीटर लकड़ियां ऐसी भी मिली हैं, जिनकी कटाई की अनुमति पंचायत और राजस्व विभाग ने दी थी। लेकिन अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर पंचायत और राजस्व विभाग ने इतने बड़े पैमाने पर कटाई की अनुमति कैसे दी? आरा मिल में मिली इन लकड़ियों ने बेतहाशा कटाई की पोल खोलकर रख दी है, जिसमें पंचायत और राजस्व विभाग की भी सांठगांठ नजर आ रही है। गौरेला और मरवाही रेंज में कोई कार्रवाई नहीं होने से वन विभाग में गुटबाजी की बात भी सामने आ रही है।