जर्जर सड़कों के आरोप पर पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री मूणत ने किया पलटवार, कहा-‘हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट के जज से जाँच करा ली जाए…’
21.10.22| प्रदेश की जर्जर सड़कों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पूर्ववर्ती सरकार को दोषी ठहराए जाने पर पूर्व लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने पलटवार किया है. मूणत ने कहा कि मुख्यमंत्री से मैं आग्रह करता हूँ कि हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट के जज से जाँच करा ली जाए. दोषी कोई भी हो उस पर कार्रवाई करें.
पूर्व लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर जवाब देने के साथ-साथ सरकार पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़कों की स्थिति दयनीय है और सरकार न मेंटेन करा पा रही है, और न ही सड़क बना पा रही है. लोक निर्माण विभाग को-लैप्स हो चुका है. इसके साथ ही पूछा कि क्या मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी पीडब्ल्यू विभाग की है.
मूणत ने कहा कि राजनीतिक जीवन में पारदर्शिता आवश्यक है. 15 वर्षों तक हमने भी शासन किया है. सड़क विकास निगम का गठन किया गया था. लोक निर्माण विभाग को लैप्स हो गया है. विभाग के पास पैसा नहीं है, जिसे सड़क विकास निगम को ट्रांसफर कर दिया है. यही नहीं राजधानी रायपुर के अंदर पिछले चार वर्षों में सड़कों के संबंध में कोई काम नहीं किया गया है.
पूर्व मंत्री ने इसके साथ ही कहा कि अमलेश्वर थाना क्षेत्र में खुलेआम हत्या हुई. इस आपराधिक घटना के पीछे कौन है इसकी बात नहीं करते. इसका मूल दोषी कौन है इस बात का पता अब तक यह सरकार नहीं कर पाई है. पुरस्कार मिलना दूसरा परिपेक्ष्य में था, और प्रदेश में लोगों का मकान न बनाना दूसरा परिपेक्ष्य है. इस पर भी बयान जारी करने की बात कही है.