चाचा ने 6 साल के भतीजे का अपहरण कर की उसकी हत्या, आरोपी पुलिस हिरासत में
27.10.22|सरगुजा जिले के चंगोरी गांव में अपने घर के बाहर खेल रहे 6 साल के बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। आरोपी ने हत्या के बाद शव को खेत में दफना दिया था। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर आरोपी अशोक कुमार (20 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है। मामला धौरपुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम चंगोरी के रहने वाले किसान जयपाल का 6 साल का बेटा अश्विनी शुक्रवार को स्कूल गया था। वो कक्षा एक का छात्र था। शाम को स्कूल से लौटने के बाद वो रोज की तरह खेलने चला गया। शाम तक जब बच्चा घर वापस नहीं लौटा, तो माता-पिता को उसकी चिंता हुई। वे सभी जगह उसकी तलाश करने लगे, लेकिन कहीं भी बच्चे का पता नहीं चल पा रहा था।
परिजन और आसपास के लोग बच्चे की तलाश रातभर आसपास के इलाकों में करते रहे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। बाकी बच्चे भी कुछ नहीं बता पा रहे थे। शनिवार शाम को गांव में ही एक जगह पर ताजी मिट्टी नजर आई, तो परिजनों को कुछ संदेह हुआ। वहां से जब मिट्टी हटाई गई, तो बच्चे का पैर नजर आया। पुलिस को तुरंत इसकी सूचना दी गई।
सूचना मिलते ही तुरंत अंबिकापुर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची। धौरपुर तहसीलदार की मौजूदगी में घटनास्थल से मिट्टी हटवाई गई। इसके बाद अश्विनी का शव बरामद कर लिया गया। परिजनों ने बच्चे की शिनाख्त कर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया और जांच में जुट गई। इसके बाद धौरपुर थाना और विशेष पुलिस की संयुक्त टीम गठित की गई। SP भावना गुप्ता ने पुलिस को तत्काल आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिए।
पुलिस ने चारों तरफ मुखबिरों का जाल बिछा दिया। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की। परिजनों के बयान दर्ज किए गए। बच्चे के पिता ने अशोक कुमार पर आपसी रंजिश में बेटे की हत्या करने का शक जताया था। पिता जयपाल ने पुलिस को बताया था कि उसका चचेरा भाई अशोक कुमार (20 वर्ष) जो लोहारपारा चंगोरी थाना धौरपुर का रहने वाला है, वो हमेशा उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देता था।
इसके बाद पुलिस ने अशोक को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि वो 6 साल के भतीजे को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को गांव के ही एक व्यक्ति के खेत में चुपचाप दफना दिया। उसने उस जगह पर लाश दफनाई, जहां ज्यादा लोगों का आना-जाना नहीं होता है।