प्रेमिका को पाने की चाहत ऐसी कि- उसके पति को ही मार डाला, देता रहा पुलिस को चकमा
मुंगेली ज़िले में 7 जून को ग्राम रेहुंटा स्थित शराब भट्ठी के पीछे पुलिस को खर्रीपार निवासी नरेन्द्र श्रीवास की लाश मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला कि- मौत गला दबाने के कारण, सांस रुकने से हुई है। पुलिस ने साइबर सेल और सीसीटीवी फ़ुटेज की सहायता से तफ़्तीश की और 3 दिन के भीतर ही इस मामले को सुलझा लिया। मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है। आरोपी राकेश श्रीवास का नरेन्द्र की पत्नी पूजा से प्रेम था और उसी को पाने की चाहत में उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पहले तो नरेन्द्र की हत्या कर दी और पुलिस को चकमा देता रहा, लेकिन वो अब अपने साथियों के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।
तौलिये से गला दबाकर की हत्या
आरोपी राकेश ने पुलिस को बताया कि- पूजा और उसके प्रेम संबध को नरेन्द्र जान चुका था। वो अपनी प्रेमिका को हर हाल में पाना चाहता था, इसलिए उसने नरेन्द्र को ठिकाना लगाने की प्लानिंग की और बिलासपुर के सीपत में अपने मामा गांव से दोस्तों को बुलाया। पहले राकेश के साथी आरोपी शिवम साहू ने विनोद श्रीवास के ज़रिए नरेन्द्र को फ़ोन करके बुलाया। उसके बाद नरेन्द्र के पहुंचने पर उसे बाइक में बिठाकर रेहुटा शराब भट्ठी गए। यहां से शराब की बोतल लेकर विनोद श्रीवास के घर पहुंचे, जहां पहले से राकेश मौजूद था। यहीं पर राकेश ने नरेन्द्र को अपने प्रेम संबंध की वजह से पूजा को पिटने पर गुस्से में, जबरन सल्फाश की गोलियां खिला दी। जब गोली खाने के आधे घंटे बाद भी नरेन्द्र नहीं मरा, तो तौलिये से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस को गुमराह करने के लिए किया ये काम
नरेन्द्र को मौत की नींद सुला देने के बाद राकेश ने छोटू उर्फ़ सत्यनारायण को बुला लिया। जब वो पहुंचा तो स्कूटी में नरेन्द्र को सत्यनारायण उर्फ़ छोटू को पकड़ाकर बैठ गया। फिर आरोपी राकेश रेहुटा शराब भट्ठी पहुंचा, जहां नीम पेड़ के नीचे नरेन्द्र के शव को लिटा दिया। पुलिस को शक ना हो, इसके लिए नरेन्द्र की लाश के बगल में उसके पहने हुए चप्पल और शराब की ख़ाली बोतल को रख दिया। लेकिन जुर्म तो जुर्म होता है, किसी से छुपता नहीं। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है।