छत्तीसगढ़

आरपीएफ के रायपुर-दुर्ग सहित 30 जगहों पर छापे, एक करोड़ के रेलवे टिकट जब्त

आरपीएफ ने ऑपरेशन थंडर चलाया, 35 दलाल गिरफ्तार, दलालों के रेलवे कनेक्शन की भी जांच की जा रही

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेल मंडल के 10 स्टेशनों पर कार्रवाई करते हुए आरपीएफ ने छापा मारकर 1 करोड़ रुपए से ज्यादा के रेल टिकट जब्त किए। ई टिकट के साथ 18 दलालों को पकड़ा है। आरपीएफ की अब तक की ये बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। टिकट दलालों पर शिकंजा कसने के लिए रेलवे सुरक्षा महानिदेशक अरुण कुमार के निर्देश पर आरपीएफ ने एक दिनी अभियान चलाया और कार्रवाई की।
अभियान के तहत बिलासपुर, रायपुर व नागपुर के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त को टीम गठित कर जांच करने के लिए कहा। बिलासपुर मंडल सुरक्षा आयुक्त आरके शुक्ला ने इस अभियान में बेहतर रिजल्ट देने के लिए 20 टीम बनाई और एक साथ जांच करने के निर्देश दिए।
टीम ने ठीक सुबह 10 बजे दलालों की दुकानों में दबिश देने की शुरुआत की। इस जांच का दोपहर तीन बजे रिजल्ट आया, जो काफी बेहतर था। किसी ने पांच तो किसी ने दो दलालों को रंगे हाथ ई- टिकटों की हेराफेरी करते हुए पकड़ा। सभी पर्सनल आइडी का उपयोग कर टिकट बना रहे थे।
इसके बदले में ग्राहकों से कमीशन के नाम पर मोटी रकम भी ऐंठी गई थी। सभी के खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई की गई। हालांकि जांच पूरी होने के बाद टिकटों की हेराफेरी की पुष्टि करने और विवरण के लिए आइआरसीटीसी को पत्र भेजा गया।अफसरों को शक है कि रेलवे कनेक्शन की मदद से ही दलाल टिकटों की कालाबाजारी का इतना बड़ा रैकेट ऑपरेट कर रहे थे। सुरक्षा दस्ते ने न सिर्फ दलालों के ऑफिस बल्कि उनके घरों में भी रेड की। रायपुर मंडल में 11 टिकट दलाल पकड़े गए। इन टिकट दलालों के पास से 411 ई-टिकट व काउंटर टिकट जब्त किया गया। इसकी कीमत 8 लाख 18 हजार है।
सुबह 9 बजे से ही छापेमार कार्रवाई शुरू कर दी गई। रायपुर के साथ ही दुर्ग-भिलाई में धड़पकड़ हुई। रेलवे सुरक्षा बलों द्वारा रेड मारने की सूचना आग की तरह फैली और दोपहर से पहले ही कई टिकट एजेंट दुकानें बंद करके भाग गए। रायपुर सहित पूरे अंचल में अफरा-तफरी का माहौल पूरे दिन रहा। रायपुर पोस्ट प्रभारी दीवाकर मिश्रा और सेटलमेंट पोस्ट प्रभारी भोलानाथ सिंह के साथ ही सीआईबी की टीमों ने शहर में चल रहे कैफे पर नजर रखते हुए छापेमार कार्रवाई की।

Related Articles

Back to top button