छत्तीसगढ़

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी ने बदला मौसम का मिजाज

मानसून अभी मैसूर में, रफ्तार करीब 12 किमी प्रति घंटा

रायपुर। मौसम विज्ञानी के अनुसार बिहार से पश्चिम बंगाल के गंगा तराई क्षेत्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इसकी वजह से छत्तीसगढ़ में नमी आ रही है। नमी से उत्तरी छत्तीसगढ़ के कोरिया, सरगुजा, मुंगेली, बेमेतरा और बिलासपुर में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
अर्थात घने बादल अब दक्षिण बस्तर की सीमा (रायपुर से लगभग 450 किमी दूर है) से 750 किमी की दूरी पर ही है अर्थात 100 साल पुराने जवाहर मार्केट को नगर निगम ने तोड़ा, 30 साल से अटका था मामला राजधानी से 1100 किमी दूर। इस गति से मानसून बढ़ता रहा तो इसके 20 जून तक दक्षिण बस्तर में दस्तक देने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अब प्रदेश में जहां भी बारिश होगी वो प्री-मानसून शावर कही जाएगी। मानसून अगर 20 जून तक बस्तर में सक्रिय हुआ तो यह अगले दिन रायपुर और दुर्ग संभाग तथा 25 जून तक पूरे छत्तीसगढ़ में सक्रिय हो जाएगा।
रायपुर, सरगुजा, दुर्ग और बस्तर संभाग में कल दोपहर लू चली, लेकिन शाम होते-होते मौसम ने करवट बदली और बारिश शुरू हो गई। मानसून अभी तमिलनाडु कवर कर चुका है और मैसूर में पूरी तरह सक्रिय है।

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