छत्तीसगढ़

महामाया मंदिर से देवी मंदिरों में अष्टमी को हवन

रायपुर, 5 अक्टूबर। शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि को मंदिरोंं में देवी मां का विशेष अभिषेक श्रृंगार किया जाएगा। रविवार को महामाया मंदिर सहित राजधानी के देवी मंदिरों में हवन होगा। शनिवार मध्य रात्रि को महामाया मंदिर में महानिशा पूजा की जाएगी तथा रविवार सुबह 10 बजे से हवन शुरू होगा। नवमी तिथि को शहर के देवी मंदिरों में कन्या भोज, भंडारा होगा।
महामाया मंदिर के पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि प्राचीन पूजन पद्धति के अनुसार शनिवार को मध्य रात्रि में मां महामाया की महानिशा पूजा की जाएगी। पूजन के दौरान राजोपचार पूजन पद्धति अनुसार माताजी का पूजन कर श्री दुर्गा सप्तसती पाठ द्वारा पंचामृत अखंड धारा से मां का अभिषेक किया जाएगा। ब्रम्ह मुहूर्त में आरती पश्चात प्रसाद व पंचामृत वितरण के साथ महानिशा पूजा संपन्न होगी। रविवार सुबह 9 बजे से पूजन प्रारंभ होगा और 10 बजे से शुरू होगा जिसकी पूर्णाहूति दोपहर 2 बजे के करीब होगी। पूर्णाहूति, आरती के पश्चात भोग लगने के बाद प्रसाद वितरण होगा।
पूजन रावांभाठा बंजारी मंदिर के पंडित हरिप्रकाश जोशी ने बताया कि मंदिर में इस बार 9 हजार 746 मनोकामना ज्योत प्रज्जवलित किए गए हैं। अष्टमी तिथि रविवार को प्रात: 8 बजे से हवन आरंभ होगा। आकाशवाणी निकट स्थित काली मंदिर में रविवार को दोपहर 3.30 बजे हवन होगा। पं. नरेंद्र चौबे ने बताया कि हवन पश्चात भंडारा होगा।
रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर स्थित बंजारी मंदिर में सुबह 11 बजे से हवन शुरू हो जाएगा। पं. भगवान तिवारी ने बताया कि दोपहर 2 बजे पूर्णाहूति होगी। नवमी तिथि को भंडारा रखा गया है। कंकाली मंदिर के पं. विजय शर्मा द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार अष्टमी तिथि को सुबह 9 बजे से हवन शुरू होगा। नवमी तिथि को भंडारा रखा जाएगा।

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