छत्तीसगढ़

16 जिले की 90 तहसील में सूखे की स्थिति है, राहत दी जाए

रायपुर। राज्य सरकार द्वारा- जोगी पेट्रोल-डीजल की कीमत अनाप-शनाप बढ़ाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं जोगी पार्टी प्रमुख अजीत जोगी ने इसकी घोर निंदा की है। उन्होंने कहा है कि भूपेश सरकार का यह कदम छत्तीसगढ़ के आम आदमी की कमर तोडऩे वाला साबित होगा। उन्होंने सरकार से मांग की है कि पेट्रोल डीजल की बढ़ाई गई कीमत तत्काल वापस लिया जाए।
उन्होंने कहा है कि वित्तीय कुप्रबंधन के कारण मुख्यमंत्री ने राज्य को दिवालियापन के कगार पर खड़ा कर दिया है। इससे बचने के लिए बौखलाहट में सरकार द्वारा बिना सोचे समझे इस प्रकार का कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसा न करके अच्छे से शासन चलाना सीखना चाहिए और शासन की अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए ऐसे कारगर कदम उठाने चाहिए जिससे जनता पर कोई भार न पड़े।श्री जोगी ने प्रदेश में सूखे की स्थिति पर कहा कि प्रदेश के 16 जिले की 90 तहसीलों में अवर्षा से सूखे की स्थिति बन गई है। कई गांवों में फसल मवेशियों को चरा दी गई है। थरहा इतना बढ़ चुका है कि अब रोपा लगाना बेकार होगा। बियासी की संभावना भी उन क्षेत्रों में नहीं रह गई है। ऐसे में सरकार को सूखा प्रभावित क्षेत्र के किसानों को राहत पहुंचाने के लिए दो निर्णय तत्काल लेनी चाहिए।
पहला निर्णय यह की वर्तमान बीमा पॉलिसी के अनुसार 15 अगस्त तक सूखा पडऩे की स्थिति में प्रभावित किसानों को तत्काल 25 प्रतिशत बीमा की राशि देने का प्रावधान सरकार को करना चाहिए। राज्य शासन इस दिशा में कोई पहल नहीं कर रही है, जबकि विपत्ति के इस समय में सरकार को बीमा की 25 प्रतिशत राशि तत्काल किसानों को उपलब्ध कराना चाहिए।
दूसरा निर्णय लेने के लिए श्री जोगी ने कहा है कि जिस प्रकार कांग्रेस ने चुनाव में वादा किया था कि किसानों की बोनस की बकाया राशि को दो किस्तों में दी जाएगी। जो किसान वर्तमान समय में अकाल का सामना कर रहे हैं उनके लिए यही वह समय है जब सरकार बोनस की दोनों किश्त उन्हें तत्काल प्रदान करें जिससे प्रदेश के किसानों को राहत मिल सके।

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