छत्तीसगढ़

मासूम बच्ची ट्विंकल को न्याय दिलाने तेलीबांधा तालाब में मोमबत्ती जलाकर श्रद्धाजंलि दी गई

मासूम के कातिलों को मिलनी चाहिए खौफनाक सजा, ताकि दोबारा किसी ट्विंकल के साथ ऐसा न हो

रायपुर। 3 साल की मासूम बच्ची ट्विंकल शर्मा को न्याय दिलाने तेलीबांधा तालाब में मोमबत्ती जलाकर श्रद्धाजंलि अर्पित को गई व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री योगी व विशेष रूप से इस मामले को देख रहे जज साहब से आग्रह किया गया कि ऐसी जघन्य हत्या करने वालो को 7 दिन के अंदर फाँसी दे।
आज हमारे देश में एक नारा बहुत ही प्रचलित है कि देश बदल रहा है। मगर वास्तव में इस बात पर गौर करें तो क्या सच में देश बदल गया है। हम अगर प्राचीन सभ्यता की बात करें तो बेटी को देवी का रूप कहा जाता था, लेकिन आज उसी देवी की मान्यता दिनोंदिन खत्म होती दिख रही है और इसका उदाहरण है देश में होने वाले महिलाओं पर अमानवीय कृत्य। देखा जाए तो देश में महिलाएं क्या मासूम बेटियां भी सुरक्षित नहीं हैं।
16 दिसंबर 2012 के निर्भया कांड के बाद देश में महिलाओं पर हिंसा के मामले जहां कम होने थे, वहीं इस जगह उल्टे बढ़ गए हैं। इसका कारण है हमारी न्याय व्यवस्था का लचीलापन। हाल ही में उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में एक ढाई साल की मासूम बच्ची की नृशंस हत्या कर दी गई है। उसकी आंखें निकाल ली जाती है और शायद जड़ से हाथ उखाड़ लिया जाता है। मात्र इसलिए कि उसके पिता को 10 हजार रूपए की उधारी देनी होती है। आरोपी की पहचान होने के बाद भी उन्हे कड़ी सजा नहीं दी जाती है और यही कारण है कि देश महिला हिंसा, यौन उत्पीडऩ और अमानवीय कृत्य करने वालों के मंसूबे बढ़ जाते हैं। जब तक न्याय व्यवस्था इस प्रकार के लोग जो दरिंदगी की हद पार कर देते हैं उन पर सख्त कार्रवाई नहीं करेगी तब तक आम जनमानस में सुरक्षा की भावना नहीं रहेगी।
स्टूडेंट दामिनी बंजारे ने कहा कि अलीगढ़ का मामला सच में शर्मनाक है और ऐसे में कातिलों को बर्बरता के साथ सजा देनी चाहिए। हमारा देश सर्वजन हिताये-सर्वजन सुखाये के आधार पर काम करता है जिसका फायदा ये दरिंदे उठाते हैं। जिस प्रकार बाहरी देशों में अमानवीय कृत्यों पर क्रूर सजा दी जाती है उसी प्रकार इन दरिंदों पर तानाशाही बरतना जरूरी है। जब तक हम इन्हें चौराहों पर सजा नहीं देंगे तब तक उनके मन में डर पैदा नहीं होगा।
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अलका मिश्रा ने कहा कि अगर देखा जाए तो निर्भया कांड के बाद देश में अमानवीय कृत्यों के मामले बड़े हैं। इसका कारण है कि हमारी न्याय व्यवस्था आरोपियों पर शख्स कार्रवाई नहीं करती और जिस वजह से अमानवीय कृत्य करने वालों के मन में कोई डर नहीं रहता।
छत्तीसगढ़ में जो ढाई साल की बच्ची के साथ जो हुआ है वो सच में दिल दहला देने वाला मामला है, कि कोई इंसान मासूम के साथ जानवरों से भी बत्तर व्यवहार कैसे कर सकता है। जब आरोपियों की पहचान हो चुकी है तो फिर उन्हे गिरफ्तार की जगह सीधे फांसी पर लटका देना चाहिए। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी पार्षद श्रीमती लता सुनील चौधरी, किशोर महानंद ऋतु शर्मा सिंह, प्रेम ताडी मिलेश नायक, श्रीमती सुलोचना नेताम ,श्रीमती सीमा चौधरी, प्रीति वर्मा, छोटी वर्मा, कुमारी पूर्वा, कुमारी अंतरा ,अपूर्व चौधरी सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
——————-
कूलर ऑन करते ही चिपक गया बुजुर्ग, अस्पताल ले जाते रास्ते में तोड़ा दम
डौंडी क्षेत्र के ग्राम लिम्हाटोला में हादसा, गीले कूलर में शार्ट सर्किट से करंट आने की आशंका
प्रदेश में लगातार कूलर में करंट आने से हो रही हैं घटनाएं, सावधानी बरतने की सलाह
दुर्ग । भीषण गर्मी में राहत देने के लिए लगाए गए कूलर लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। प्रदेश में लगातार कूलर से करंट लगने और मौत होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। अब डौंडी थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात कूलर ऑन करते समय उससे चिपक कर एक बुजुर्ग की मौत हो गई। ऐसे में विशेषज्ञ अब लोगों से कूलर के इस्तेमाल करने में सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। जिससे हादसों को रोकने में सहायता मिल सके।
जानकारी के मुताबिक, डौंडी थाना क्षेत्र ग्राम लिम्हाटोला निवासी गोविंद कन्नौजे (65) शनिवार रात को सोने की तैयारी कर रहा थे। गर्मी लगने पर जैसे ही उन्होंने कूलर ऑन किया, वह करंट की चपेट में आ गए। कूलर में करंट आने से उसी में बुजुर्ग चिपक गए। शोर सुनकर बेटे वहां पहुंचे तो स्विच ऑफ कर किसी तरह बुजुर्ग को कूलर से छुड़ाया और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर भागे। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कूलर से सावधानी बरतें
कूलर में पानी भरते समय मेन सॉकेट से उसका प्लग जरूर निकाल दें।
कूलर से अगर पानी रिसकर उसकी बॉडी तक आ रहा हो तो स्विच ऑन करने से पहले सावधानी बरतें। कूलर को हाथ न लगाएं।
एक-दो दिनों के अंतराल में कूलर के अंदर तारों की जांच करते रहें।
पानी गिरने के कारण तारों के ज्वाइंट ढीले हो सकते हैं, इससे शार्ट सर्किट की आशंका बनी रहती है।

Related Articles

Back to top button