Excise scam: ACB-EOW की बड़ी कार्रवाई, लखमा और करीबियों के ठिकानों पर छापे
Excise scam मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के 5 शहरों में दर्जन भर से अधिक...

17, May, 2025 | Excise scam मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के 5 शहरों में दर्जन भर से अधिक ठिकानों पर दबिश दी। छापेमारी की कार्रवाई जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबी सहयोगियों से जुड़े परिसरों पर केंद्रित है।
सूत्रों के अनुसार, ACB-EOW की टीमें बस्तर संभाग के सुकमा, तोंगपाल, जगदलपुर और दंतेवाड़ा में कुल 13 ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। इसके अतिरिक्त, रायपुर में भी 2 ठिकानों पर दबिश दी गई है, जिससे छापेमारी किए जा रहे कुल ठिकानों की संख्या 15 हो गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, जगदलपुर में प्रेम मिघलानी के ठिकानों पर और रायपुर के संतोषी नगर में नहाटा परिवार के परिसरों पर छापेमारी जारी है। इसके अलावा, अम्बिकापुर के बड़े कपड़ा व्यापारी और सरकारी विभागों में सप्लायर धजाराम इंटरप्राजेज के मालिक अशोक अग्रवाल और मुकेश अग्रवाल के ठिकानों पर भी ACB-EOW की टीमें सुबह लगभग 6 बजे से तलाशी ले रही हैं।
यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा 28 दिसंबर को पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश कवासी के घरों पर की गई छापेमारी के बाद हुई है। लखमा को इस मामले में 15 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था और वह 21 जनवरी से रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं।
गौरतलब है कि ED छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला मामले में कवासी लखमा के खिलाफ 3773 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। इस आरोप पत्र में बताया गया है कि पूर्व आबकारी मंत्री लखमा को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी और उन्हें ₹2161 करोड़ के शराब घोटाले को अंजाम देने वाले सिंडिकेट का प्रमुख बताया गया है। आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि लखमा की शराब नीति में बदलाव करने में महत्वपूर्ण भूमिका थी और शराब दुकानों के निरीक्षण से पहले आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से अनुमति लेने का प्रावधान भी उन्हीं के निर्देश पर किया गया था।
ED के आरोप पत्र के अनुसार, शराब घोटाले में अब तक कुल 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम सांई ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। वर्तमान में ACB-EOW की यह छापेमारी इसी घोटाले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच का हिस्सा मानी जा रही है।