CM Sai On Naxalism: ‘3 दशक में पहली बार मारा गया महासचिव स्तर का लीडर, नक्सलियों की कमर टूटी है’
CM Sai On Naxalism: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी और ऐतिहासिक सफलता मिली है। 21 मई 2025 को..

23, May, 2025 | रायपुर। CM Sai On Naxalism: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी और ऐतिहासिक सफलता मिली है। 21 मई 2025 को नारायणपुर जिले में हुए एक भीषण नक्सल मुठभेड़ में 5 करोड़ रुपये के इनामी नक्सली महासचिव बसवराजू समेत 27 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया है। इस बड़ी कामयाबी के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जब तक नक्सलवाद खत्म नहीं हो जाता, तब तक यह अभियान जारी रहेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि बसवराजू के मारे जाने से नक्सलवाद को बहुत बड़ा झटका लगा है।
‘केंद्रीय गृह मंत्री का संकल्प होगा पूरा, 424 नक्सली न्यूट्रलाइज’
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संकल्प पूरा होगा। अब तक 424 नक्सली न्यूट्रलाइज हुए हैं। साल 2025 में नक्सलियों के समर्पण की संख्या ज्यादा है।” उन्होंने अबूझमाड़ क्षेत्र का जिक्र करते हुए बताया कि 5 हजार वर्ग किमी में फैले इस क्षेत्र में 2023 से सुरक्षाविहीन क्षेत्र को कम करने की कोशिश की गई है और 25 कैंप स्थापित किए गए हैं। अब अबूझमाड़ का केवल 3200 स्क्वायर किमी क्षेत्र ही सुरक्षा विहीन है।
‘नक्सलवाद अंतिम सांस ले रहा है, बस्तर में लागू होगा संविधान’
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोहराया, “जब तक नक्सलवाद खत्म नहीं हो जाता, तब तक अभियान जारी रहेगा। कल के बाद नक्सलियों की कमर टूट गई है। एंटी-नक्सल ऑपरेशन में यह ऐतिहासिक क्षण है।” उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार बनने के बाद से अब तक 424 नक्सली मारे जा चुके हैं। उन्होंने मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने और बस्तर के कोने-कोने तक संविधान लागू करने का संकल्प दोहराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सलियों ने बस्तर को बंधक बनाकर रखा था, जिससे वहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे।
साय ने आगे कहा, “3 दशक में कोई महासचिव स्तर का नक्सली लीडर मारा गया है। बसवराजू के जाने से नक्सलवाद को बहुत बड़ा झटका लगा है। वह तीन करोड़ का इनामी था। छत्तीसगढ़ द्वारा एक करोड़ और एनआईए ने एक करोड़ का इनाम घोषित किया था।”
शहीद जवानों को नमन, नक्सलियों से मुख्यधारा में जुड़ने की अपील
इस मुठभेड़ में दो जवानों की शहादत पर सीएम साय ने दुख व्यक्त किया और उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा, “बस्तर में सरकार की योजनाओं से बदलाव आ रहा है। नक्सलियों से बात हो सकती है, लेकिन हैदराबाद में बैठे लोगों से कोई बात नहीं हो सकती है।” उन्होंने नक्सलवाद को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बताया।
मुख्यमंत्री ने एक बार फिर नक्सलियों से मुख्यधारा में जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा, “प्रदेश के लोगों को डबल इंजन की सरकार का लाभ मिल रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री कई बार बस्तर दौरे पर आए और जवानों का मनोबल बढ़ाया है। नक्सलियों से शुरू से विकास की मुख्य धारा से जुड़ने की अपील करते रहे हैं।” उन्होंने बताया कि सैकड़ों की संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। बस्तर ओलंपिक और बस्तर पांडुम का सफल होना इस बात का प्रमाण है कि वहां के लोग विकास से जुड़ना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि नक्सली अब बहुत छोटे क्षेत्र में सिमट गए हैं और “नक्सलवाद अंतिम सांस ले रहा है।”