हिस्ट्रीशीटर रोहित तोमर के घर छापा, कैश, गाड़ी, पिस्टल और दस्तावेज बरामद; आरोपी अब भी फरार

रायपुर। राजधानी रायपुर के वीआईपी रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला से मारपीट के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। 25 सदस्यीय क्राइम ब्रांच टीम ने हिस्ट्रीशीटर रोहित तोमर और उसके भाई वीरेंद्र तोमर के घरों पर दबिश दी। इस दौरान लाखों की नगदी, सोना, पिस्टल, कारतूस, जमीन के दस्तावेज, डिजिटल साक्ष्य, और दो लक्ज़री गाड़ियां (थार और बीएमडब्ल्यू) जब्त की गईं। हालांकि, दोनों आरोपी अभी भी फरार हैं।
15 घंटे तक चली पुलिस की दबिश
पुलिस ने कोर्ट से सर्च वारंट लेकर यह कार्रवाई की, जो करीब 15 घंटे तक चली। इस दौरान रोहित तोमर के घर से कई अहम डिजिटल साक्ष्य, गोपनीय दस्तावेज, जमीन से जुड़े पेपर, कैश और आभूषण, और अवैध हथियार जब्त किए गए।
पुलिस ने रोहित और वीरेंद्र के परिजनों को भी पूछताछ के लिए थाने बुलाया है, जिससे आरोपियों की लोकेशन और गतिविधियों की जानकारी मिल सके।
मारपीट का मामला – क्या है पूरा घटनाक्रम?
31 मई की रात करीब 12.15 बजे, प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला उर्फ निक्की अपने दोस्त हरीश बेलानी के साथ खाना खाने वीआईपी रोड स्थित LOD रेस्टोरेंट गया था। जब वे बाहर निकल रहे थे, तभी आरोपी रोहित तोमर ने पुरानी रंजिश को लेकर उसे गालियां देना शुरू कर दिया।
जब दशमीत ने विरोध किया, तो रोहित ने उसके साथ मारपीट और धक्का-मुक्की शुरू कर दी। पीड़ित ने आरोप लगाया कि रोहित पास पड़े डंडे से हमला करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन रेस्टोरेंट के बाउंसरों ने डंडा छीनकर बीच-बचाव किया।
इसके बावजूद, रोहित के साथ आए प्राइवेट बाउंसरों ने दशमीत को पकड़ लिया और रोहित ने चेहरे और कंधे पर चोट पहुंचाई। घटना के बाद दशमीत ने अपने भाई दलजीत चावला को फोन किया, तो रोहित ने उन्हें भी फोन पर गालियां दी और जान से मारने की धमकी दी।
एफआईआर दर्ज, जांच जारी
पीड़ित की शिकायत पर तेलीबांधा थाना पुलिस ने धारा 307 (जानलेवा हमला), 294, 506, 323 और 34 आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज की है। मामले की जांच तेज़ी से जारी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, रोहित तोमर और उसके भाई वीरेंद्र तोमर की कई आपराधिक पृष्ठभूमियां भी खंगाली जा रही हैं।
कौन है रोहित तोमर?
रोहित तोमर रायपुर का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है, जिसका नाम भूमाफिया, रंगदारी और मारपीट जैसे कई मामलों में सामने आ चुका है। उसके खिलाफ पहले से भी कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।