कोरबा।कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले पाली तानाखार के विधायक रामदयाल उइके ने आज कोरबा में आरोप लगाया कि प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और कोरबा के विधायक जयसिंह अग्रवाल उन्हें लगातार हराने का प्रयास करते रहे हैं ।कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद से इन नेताओं की आंखों की किरकिरी बने हुए थे। उइके ने कहा कि कांग्रेस शुरू से आदिवासी विरोधी पार्टी रही है ।आदिवासी नेता भंवर सिंह पोर्ते ने जब आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग की तो उन्हें पार्टी ने हाशिए पर डाल दिया ।बाद में उन्हें भाजपा ज्वाइन करना पड़ा ।इसके बाद उन्हें भाजपा ने मंत्री बनाया ।इसी तरह मुख्यमंत्री अजीत जोगी के 3 साल के कार्यकाल के बाद सबने उनका विरोध शुरू कर दिया। उइके ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ लगातार षड्यंत्र किया जा रहा था। एक दूसरे की सीडी बनाना राष्ट्रीय पार्टी का काम नहीं है। मैंने पार्टी आलाकमान से शिकायत कर भूपेश बघेल को हटाने की मांग की ,लेकिन मेरी मांग को अनसुना कर दिया गया।
आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग नहीं
आदिवासी मुख्यमंत्री के सवाल पर रामदयाल उइके ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने सभी वर्गो का ध्यान रखते हुए अच्छा विकास किया है ऐसे में आदिवासी मुख्यमंत्री की का औचित्य नहीं है।