बस्तर सीट के प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा में काफी कश्मकश की स्थिति है। यहां से सुभाऊ कश्यप एवं जिला पंचायत अध्यक्ष जविता मंडावी में से कोई एक नाम तय होगा माना जा रहा है। वैसे भाजपा के कुछ बड़े नेता चाह रहे हैं कि बस्तर से महिला लीडरशिप भी निकल कर सामने आए। यदि टिकटों पर निर्णय के अंतिम समय में यह फैक्टर काम कर गया तो जविता की टिकट का रास्ता खुल सकता है।
बस्तर क्षेत्र में देखें तो लता उसेन्डी के बाद जविता दूसरी नेत्री हैं जिन्होंने अलग पहचान बनाई । विपरीत परिस्थितियों में भी जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने में कामयाब रहीं। जब जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव लड़ रही थीं गोद में उनकी आठ महीने की बेटी थी। संगठन स्तर पर जो काम करती रहीं उससे भाजपा के सीनियर लीडर भली भांति वाकिफ हैं। उन्हें इस बार बस्तर दशहरा उत्सव समिति उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई। बस्तर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब दशहरा उत्सव समिति में किसी महिला को स्थान दिया गया हो। बहरहाल बस्तर जहां पहले चरण का मतदान होना है के प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा में उल्टी गिनती शुरू हो गई है। ऊंट किस करवट बैठेगा यह आजकल में सामने आ जाना है।