विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए जिस तरह बस्तर में सूरक्षा बलों का जाल बिछा दिया गया, नक्सली गतिविधियां थम सी गई हैं। नक्सली इस समय केवल चुनाव बहिष्कार के संदेश वाले पर्चे बंटवा रहे हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाली बसों पर चुनाव में हिस्सा नहीं लेने वाले नारे लिखकर भेज रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बस्तर आई जी विवेकानंद सिन्हा ने जवानों की 200 बटालियन मांगी थी। सूत्र बताते हैं 40 बटालियन पहुंच भी चुकी है। इसके अलावा अक्टूबर का महीना गुजरते ही और भी बड़ी संख्या में सूरक्षा बलों का बस्तर पहुंचना तय है। बस्तर क्षेत्र की गहरी जानकारी रखने वाले कहते हैं फिलहाल नक्सली एक जगह पर केन्द्रित हो गए हैं, लेकिन यह नहीं मान लेना चाहिए सब कुछ ठीक हो गया। लंबे समय तक शांति बने रहने के बाद उपस्थिति दर्ज कराने का नक्सलियों का अपना अलग तरीका होता है।