सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले 1400 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले करीब 1400 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। प्रदेश पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा ने गुरुवार को बताया कि ये गिरफ्तारियां पिछले दो दिनों में की गई हैं और उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद हिंसक घटनाओं के सिलसिले में 440 मामले दर्ज किए गए हैं। केरल के राज्यपाल पी सदाशिवम ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से नई दिल्ली में मुलाकात की और उन्हें कानून-व्यवस्था की स्थिति तथा न्यायालय के फैसले के बाद के घटनाक्रम से अवगत कराया।
इस बीच केरल उच्च न्यायालय ने उस जनहित याचिका को खारिज कर दिया जिसमें मांग की गई थी कि सबरीमला मंदिर में तब तक माहवारी की उम्र वाली महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगी रहनी चाहिए जब तक उनके लिए अतिरिक्त सुविधाएं शुरू नहीं हो जातीं। अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता उच्चतम न्यायालय जा सकते हैं।
सबरीमाला पर उच्चतम न्यायालय का आदेश लागू किया जाएगा : केरल के मुख्यमंत्री
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार सबरीमाला में भगवान अयप्पा के मंदिर में सभी महिलाओं के प्रवेश की इजाजत संबंधी उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू करेगी। उन्होंने कहा कि मंदिर का प्रबंधन संभालने वाला त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीबीडी) सबरीमाला सनिधनम (मंदिर परिसर) में ‘अपराधियों को ठहरने से रोकने का नया तंत्र विकसित की जायेगी ।
मुख्यमंत्री ने यहां वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) की एक बैठक में कहा, ”नया तंत्र श्रद्धालुओं को प्रार्थना करने के तत्काल बाद मंदिर से चले जाने में मदद पहुंचाने के लिए विकसित किया जाएगा। उन्होंने कार्यकर्ता राहुल ईश्वर के इस बयान की निंदा की कि यदि ‘निषिद्ध उम्रवर्ग की कोई महिला वहां पहुंच जाती है तो उन्होंने ऐसी स्थिति में कुछ श्रद्धालुओं द्वारा परिसर में खून छिडककर मंदिर को बंद करने वास्ते बाध्य करने के लिए आकस्मिक योजना तैयार की है। उन्होंने उनका नाम लिये बगैर, उच्चतम न्यायालय के आदेश का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के नेता की मंशा पर सवाल उठाया।
केरल पुलिस ने उन 200 से अधिक लोगों की तस्वीरें जारी की हैं, जिनके पिछले हफ्ते सबरीमाला में रजस्वला उम्र की महिलाओं को भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रवेश करने से रोकने के लिए विरोध प्रदर्शन में संलिप्त होने का संदेह है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बुधवार को जिन व्यक्तियों की तस्वीरें जारी की गईं, उनकी पहचान के लिए सभी जिलों में विशेष टीमें बनाई जाएंगी। पतनमथिट्टा के जिला पुलिस प्रमुख टी. नारायणन ने कहा कि 210 लोगों की सूची उनकी तस्वीरों के साथ विभिन्न जिलों के पुलिस अधीक्षकों के पास पहचान के लिए भेजी गई हैं। इन लोगों के प्रदर्शन में शामिल होने का संदेह है।
इस बीच ‘सन्निधनम (मंदिर परिसर) में सुरक्षा कड़ी करने के तहत 17 नवंबर से शुरू हो रहे तीन महीने के ‘मंडलम-मकरविल्लाकू’ सत्र के दौरान 500 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती का निर्णय लिया गया है। पुलिस के प्रेस नोट के मुताबिक सन्निधनम, पांबा और निलक्कल में भी पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी तथा और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।