लंबे होम वर्क के बाद कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के दूसरे चरण के चुनाव के लिए आज रात सत्रह और प्रत्याशियों की घोषणा की। प्रत्याशी चयन में किस कदर दिमागी घोड़े दौड़ाए गए इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दो सिटिंग एमएलए चिंतामणी महाराज एवं डॉ. प्रीतमराम के चुनाव क्षेत्र आपस में बदल दिए गए। 2013 के चुनाव में चिंतामणी महाराज लुंड्रा एवं डॉ. प्रीतम राम सामरी से जीतकर आए थे। इस बार चिंतामणी महाराज सामरी एवं डॉ. प्रीतमराम लुंड्रा से लड़ेंगे।
सत्रह प्रत्याशियों की सूची में बहुत से चेहरे नये हैं और नये चेहरों को मौका गोपनीय सर्वे रिपोर्ट के आधार पर दिया गया है। पामगढ़ से गोरेलाल बर्मन पूर्व में चुनाव हार चुके हैं, लेकिन अनुसूचित जाति के वोटों को साधने के लिए बर्मन को इसी सीट से एक बार फिर मौका दिया गया है। 2013 में बलौदाबाजार से जनकराम वर्मा तथा डौंडीलोहारा से श्रीमती अनिला भेंडिया जीतकर आई थीं। दोनों नेता अपनी-अपनी सीट से फिर चुनावी मैदान में हैं। हालांकि बलौदाबाजार एवं डौंडीलौहारा से कुछ और प्रबल दावेदार थे लेकिन पिछड़ा वर्ग तथा अनुसूचित जनजाति वाले समीकरण को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने वर्मा तथा श्रीमती भेंडिया को दोबारा चुनावी मैदान में उतारा है।