बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिलासपुर में आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि रुपयों की हेराफेरी करने के कारण मां-बेटे को जमानत लेनी पड़ी है। जो लोग फर्जी कारोबार और रुपयों की हेराफेरी के लिए जमानत पर हैं, वे हमें ईमानदारी का प्रमाण पत्र दे रहे हैं!
मोदी ने कहा कि भाजपा देश और छत्तीसगढ़ प्रदेश को विकास की ऊंचाई पर ले जाने प्रतिबद्ध है। इसीलिए हमने विकास के मंत्र को अपनाया और तेज गति से चहुंमुखी विकास को अपना लक्ष्य बनाया। चुनाव पहले भी होते रहे हैं, पर वे चुनाव जाति-बिरादरी और परिवार के नाम पर ही लड़े जाते रहे। मेरे-तेरे की लड़ाई में अमीर-गरीब की खाई बढ़ गई और गांव-गरीब को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया। लेकिन भाजपा ने तय किया कि अगर इस देश को विकास की ऊंचाई पर ले जाना है तो सारे भेदभाव से उबरकर काम करना होगा। आज हिंदुस्थान का गरीब-से-गरीब आदमी भी जागरूक है और विकास चाहता है। वह अपनी आने वाली पीढ़ी को गरीबी के अभिशाप से मुक्त करना चाहता है। भाजपा इन गरीब परिवारों की इसी आकांक्षा की पूर्ति कर गरीबी मिटाने के संकल्प के साथ-काम कर रही है।
छत्तीसगढ़ में चल रहे विकास कार्यों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने हर कसौटी पर, विकास के मुद्दे पर परिणाम हासिल किए हैं। छत्तीसगढ़ ने मिसाल पेश की है कि उज्ज्वल भविष्य के लिए विकास गाली-गलौज, उलजलूल बातों से नहीं होता, वरन निरंतर कार्य करने से होता है। हमने विकास की अनेक ऊंचाइयों को पार किया है। प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि क्यों अविभाजित मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ बीमारू हिस्सा था? हमारे विरोधी हमारे काम की शैली समझ नहीं पाए हैं। हमारी राजनीति गरीब की झोपड़ी से शुरू होकर समृद्धि की राह पर चलती है, जबकि विरोधियों की राजनीति एक परिवार से शुरू होकर उनके ही लिए चलती है। मोदी ने कहा कि गरीबी दूर करने के लिए कांग्रेस के पास न कोई नीति थी और न ही नीयत। केन्द्र सरकार की चार साल की उपलब्धियां गिनाते हुए मोदी ने उज्जवला गैस कनेक्शन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना जन-धन खाते और आयुष्मान योजना आदि का उल्लेख किया और कहा कि चार साल में हमने गरीबों के लिए जितने घर बनाए, कांग्रेसी रफ्तार में उतने घर बनाने में 30 साल लग जाते। जन-धन योजना में छत्तीसगढ़ में 1.20 करोड़ खाते खुले। इसी तरह पहले की तुलना में रेल, स्कूल, सड़क, आईआईटी, आईआईएम ज्यादा तेज गति से खुले हैं। ये रुपये आए कहां से? ये रुपए देश की जनता के ही हैं जो पहले किसी के बिस्तर के नीचे थे तो किसी के तकिए में। आपके इन्हीं रुपयों को आपके ही तेज विकास के लिए खर्च करने का बीड़ा हमने उठाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश के स्वाभिमानी आम आदमी के सपने भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितने किसी अमीर के। लेकिन जिनको भ्रष्टाचार के अलावा और कुछ करना ही नहीं आता, ऐसे लोगों से देश को ज्यादा अपेक्षा नहीं है। नक्सलियों को क्रांतिकारी बताने पर कांग्रेस को फिर एक बार उन्होंने तीखे लहजे में आड़े हाथों लिया और कहा कि हमने बीड़ा उठाया है कि बच्चों को पढ़ाई, युवा को कमाई, किसान को सिंचाई और बुजुर्ग को दवाई के लिए मोहताज न रहना पड़े। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ 18 वर्ष का हो गया है। 18 वर्ष के छत्तीसगढ़ के सपनों को पूरा करने, उसकी चिंता करने जिम्मेदारी प्रदेश की जनता की है, क्योंकि वही इस प्रदेश का अभिभावक है। छत्तीसगढ़ को कैसे आगे बढ़ाना है, यह चिंतन करने की घड़ी आपके सामने आई है। हमारा छत्तीसगढ़ अपने सपनों को पूरा करने के लिए अपनी सामर्थ्य के साथ आगे बढ़ने में विश्वास रखता है। आपकी जिम्मेदारी में कोई भेद न लगा दे, छत्तीसगढ़ को विकास की राह से न भटका दे, इसलिए भारतीय जनता पार्टी को जिताएं।