रायपुर। मतगणना से चार दिन पहले जो संकेत मिल रहे, उसके हिसाब से कांग्रेस छत्तीसगढ़ में ज्यादा सीटें ला रही है। गहन सर्वे के बाद तस्वीर उभरकर सामने आ रही है कि कांग्रेस के ज्यादा सीटें लाने के बावजूद उसके स्पष्ट बहुमत में आने के चिन्ह दिखाई नहीं दे रहे हैं। भाजपा एवं कांग्रेस के बीच पांच से छह सीटों का ही अंतर देखने को मिल सकता है। कांग्रेस को 42 से 44 सीटों के बीच संतोष करना पड़ सकता है। हालांकि कांग्रेस के सभी बड़े नेता 50 सीटें लाने का दावा करते रहे हैं। वहीं भाजपा कांग्रेस एकदम थोड़े पीछे रहते हुए 41 से 43 सीटें ला सकती है। जनता कांग्रेस, बसपा एवं भाकपा गठबंधन के खाते में 5 से 7 सीटें जाती दिखाई पड़ रही हैं।
सर्वे के मुताबिक सरगुजा एवं बस्तर बेल्ट में कांग्रेस फायदे में दिख रही है। बस्तर में 12 सीटें हैं, जिनमें सात से आठ सीटें कांग्रेस की झोली में आती दिख रही हैं। न सिर्फ सरगुजा बल्कि जशपुर जिले में भी कांग्रेस को फायदा मिलते दिख रहा है। दूसरी तरफ बिलासपुर डिवीजन में भाजपा लाभ की स्थिति में नजर आ रही है। अजीत जोगी-मायावती गठबंधन को सबसे ज्यादा फायदा जांजगीर जिले की सीटों में मिलते दिख रहा है। गठबंधन के प्रत्याशी अकलतरा, पामगढ़, जैजैपुर, चंद्रपुर, रायगढ़ एवं सारंगढ़ में अपनी नैया पार लगा सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में ही भाजपा
बेहतर, मप्र राजस्थान नहीं
छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश एवं राजस्थान में हुए सर्वे के बाद भाजपा ठीकठाक स्थिति में छत्तीसगढ़ में ही दिख रही है। राजस्थान व मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनना तय दिख रहा है।
सर्वे एक नजर में –
छत्तीसगढ़ | मध्यप्रदेश | राजस्थान |
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कांग्रेस – 42 से 44 | कांग्रेस – 119 से 121 | कांग्रेस – 125 से 127 |
भाजपा – 41 से 43 | भाजपा – 95 से 97 | भाजपा – 58 से 60 |