बुलंदशहर हिंसा: जीतू ने कुबूल की मौके पर होने की बात, रिमांड की मांग करेगी पुलिस
बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या में सबसे अहम माने जा रहे फौजी जितेंद्र उर्फ जीतू को लेकर रविवार की सुबह एसटीएफ की टीम स्याना कोतवाली पहुंची। मेरठ एसटीएफ ने जीतू फौजी की गिरफ्तारी दिखाई है। पुलिस आज बुलंदशहर में कोर्ट में जीतू को पेश करेगी और फिर रिमांड मांगेगी। शुरुआती पूछताछ में जीतू ने मौके पर होने की बात कुबूल की है लेकिन हत्या और गोली चलाने की बात से इनकार कर दिया है। अब पुलिस उसके खिलाफ तथ्यात्मक सुबूत जुटा रही।
मालूम हो कि 3 दिसंबर को स्याना कोतवाली के गांव महाव में गोकशी के बाद हिंसा हो गई थी, जिसमें स्याना पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और चिंगरावठी गांव के युवक सुमितकी गोली लगने से मौत हुई थी। इस मामले में एसआई सुभाष चंद्र ने थाना कोतवाली में 27 नामजद और 50- 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
नामजदों में बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज और जीतू फौजी निवासी गांव महाव भी शामिल है। जीतू फौजी जम्मू कश्मीर में कारगिल में तैनात बताया गया था और हिंसा के समय छुट्टी पर गांव आया हुआ था। हिंसा के बाद जीतू फौजी 3 दिसंबर को अपनी ड्यूटी पर चला गया था। परिजनों ने बताया था कि उसे 4 दिसंबर ड्यूटी ज्वाइन करनी थी।
हिंसा की एक वीडियो को देखकर पुलिस का कहना था कि जो युवक इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के पास नजर आ रहा है वह जीतू फौजी है। इसलिए पुलिस का शक यह गहराया कि सुबोध कुमार सिंह की हत्या में जीतू फौजी का हाथ हो सकता । इसको लेकर एसटीएफ और पुलिस टीम जीतू फौजी को हिरासत में लेने के लिए जम्मू कश्मीर गई हुई थी।