रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने दिमाग में खाका खींच लिया है कि किन्हें मंत्री पद में लेना है। जो मंत्री मंडल में शामिल किए जा सकते हैं वह लिस्ट तैयार हो चुकी है। बघेल लिस्ट लेकर आज या कल में दिल्ली रवाना होंगे।
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से लिस्ट को हरी झंडी मिलते ही अन्य मंत्रियों के नाम की घोषणा हो जाएगी। बघेल की तरफ से यही संकेत मिले हैं जो पहली बार जीतकर आए उनमें से कोई मंत्री नहीं बनेगा।
पहली प्राथमिकता उन नामों को लेकर होगी जो दो से ज्यादा चुनाव जीत चुके। उल्लेखनीय है कि टी.एस. सिंहदेव एवं ताम्रध्वज साहू पहले ही मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। अब दस मंत्री और बनाने हैं।
सबसे ज्यादा उलझन ब्राम्हण वर्ग से चयन करने में आ सकती है, क्योंकि दो से ज्यादा चुनाव जीतकर आने वालों में ब्राम्हणों की संख्या ज्यादा है। सत्यनारायण शर्मा, रविन्द्र चौबे, अमितेष शुक्ल एवं अरुण वोरा जैसे उदाहरण सामने हैं।
इनमें से शर्मा, चौबे एवं शुक्ल पूर्व में मंत्री रह चुके हैं। जबकि वोरा को मंत्री पद का दर्जा मिला हुआ था। वहीं कम से कम दो आदिवासी विधायकों को मंत्री बनाना बघेल की प्राथमिकता होगी। आदिवासी वर्ग से सरगुजा क्षेत्र से अमरजीत भगत एवं बस्तर से लखेश्वर बघेल का नाम आगे चल रहा है।