रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के नए मंत्रिमंडल के शपथ समारोह में उभरे असंतोष को ‘प्रथम ग्रासे मक्षिकापात:’ बताया है। भाजपा ने नए मंत्रिमंडल को अनुभवहीनों की जमात बताते हुए तंज कसा है कि तमाम नौटंकीनुमा कवायद के बावजूद जो मंत्रिमंडल गठित हुआ है, वह दुविधाग्रस्त कांग्रेस नेताओं व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के वन मैन शो की दूसरी झलक है।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने एक बयान में कहा कि पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल व धनेन्द्र साहू की नाराजगी इस बात की तस्दीक करता है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा।
शुक्ल ने तो शपथ समारोह का बहिष्कार तक कर दिया जबकि नाराज साहू को मनाने के लिए सांसद छाया वर्मा को जिम्मा सौंपा गया। भाजपा का शुरू से यह मानना रहा है कि मुख्यमंत्री बघेल प्रदेश में वन मैन शो चला रहे हैं।
वरिष्ठ व अनुभवी विधायकों की कन्नी काट कर मुख्यमंत्री ने जो मंत्रिमंडल बनाया, वह इसी वन मैन शो की दूसरी झलक है। ऐसा लग रह है कि मुख्यमंत्री को अनुभवों का लाभ लेना अच्छा नहीं लगता और वे अपने सामने सिर्फ यस मैन की जमात देखना पसंद कर रहे हैं।
कौशिक ने आदिवासियों की जमीन हड़पने के मामले में आरोपी जयसिंह अग्रवाल को मंत्री बनाए जाने पर हैरत जताई और कहा कि इससे साफ हो रहा है कि प्रदेश का भविष्य कैसे लोगों के हाथों मेंं रहेगा? अग्रवाल के खिलाफ न्यायालय के आदेश के बाद थाने में एफआईआर तक दर्ज है।
कौशिक ने कहा कि मंत्रिमडल में क्षेत्रीय संतुलन का भी ध्यान नहीं रखा गया। अकेले दुर्ग संभाग से मंंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री बघेल के अलावा पांच और मंत्री बनाकर बघेल ने प्रदेश के शेष इलाकों की उपेक्षा की है।
कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस में मचे घमासान के दौर में मीडिया में ढाई-ढाई साल के लिए सीएम के फार्मूले की चर्चा जोरों से चली थी। लगता है, मुख्यमंत्री ने दुर्ग संभाग से छह मंत्रियों को लेकर उसी फार्मूले का संकेत देने की कोशिश की है।