एक परिवार को बचाने लगातार 1400 घंटे से प्रार्थना कर रहे हैं लोग, जाने वजह…
एम्सटर्डम। एक परिवार को देश निकाला से बचाने के लिए नीदरलैंड के एक चर्च में लगभग 1400 घंटे से लगातार प्रार्थना चल रही है। चर्च के पादरियों के साथ यह परिवार चर्च में ही रह रहा है। प्रार्थना की वजह से क्रिसमस के मौके पर चर्च में प्रवेश के लिए लोगों को टिकट जारी की गई थीं।
डच कानून के मुताबिक, प्रार्थना के दौरान पुलिस अफसरों को चर्च में प्रवेश की अनुमति नहीं है। लिहाजा आर्मेनियाई परिवार को देश निकाला से बचाने के लिए पादरियों ने यह रास्ता अपनाया है। परिवार को बचाने के लिए बीते कई दिनों में सैकड़ों पादरी और वॉलंटियर प्रार्थना करा रहे हैं।
बेथल चर्च के एक्सेल विके ने बताया कि, पूरे नीदरलैंड में प्रार्थनाएं तीर्थयात्रा की तरह होती हैं। मान्यता है कि प्रार्थना से खुश होकर प्रभु आपकी मुराद पूरी कर देते हैं। क्रिसमस के मौके पर सबसे अधिक लोग इस प्रार्थना में शामिल होते हैं। प्रार्थना कर रहे लोगों की मान्यता है कि प्रभु उनकी सुन लेंगे और इस परिवार को नीदरलैंड में रहने की अनुमति मिल जाएगी।
बता दें कि, आर्मेनिया का तम्राज्यान परिवार पिछले 9 साल से नीदरलैंड के हेग में रह रहा है। लेकिन, डच सरकार ने हालही में इस रिफ्यूजी परिवार की यहां रहने की अवधि खत्म कर दी। इसके बाद नीदरलैंड के लोग एकजुट हो गए और सरकार से परिवार को अपने देश में ही रोकने की गुजारिश करने लगे।
चर्च की ओर से जारी बयान के अनुसार ,डच के मंत्री मार्क हर्बर्स की ओर से जारी यह संदेश हमारे लिए निराशाजनक है। हम परिवार को देश में रखना चाहते हैं इसलिए लगातार प्रार्थना कर रहे हैं। हालांकि मार्क हर्बर्स के कार्यालय ने मामले पर कोई भी टिप्पणी से इनकार कर दिया।
इस परिवार में पांच सदस्य है। परिवार की बड़ी बेटी हयारपी तम्राज्यान (21) ने हालही में ट्वीटर पर कुछ फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि, मेरे परिवार के लिए चर्च में हो रही प्रार्थना से मुझे और मेरे परिवार को मजबूती मिल रही है। मीडिया बातचीत में हयारपी ने कहा कि, हमें नहीं पता कि आगे क्या होगा।
हम पिछले 9 सालों से परिवार के साथ यहां रह रहे हैं। मैं, मेरा भाई और बहन इसी देश में पले-बढ़े हैं। हमारा पूरा परिवार इस उम्मीद में है कि प्रार्थना से कोई चमत्कार हो जाए और हमें इस देश में रहने की अनुमति मिल जाए।