रायपुर। समीक्षा हेतु छत्तीसगढ़ आये मुख्य चुनाव आयुक्त ओ.पी.रावत से आज जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे का प्रतिनिधिमंडल मिला। प्रतिनिधिमंडल ने निष्पक्ष चुनाव कराने हेतु ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दिए गए सुझावों पर अमल करने का आग्रह किया।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे के प्रवक्ता नितिन भंसाली ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त को सौपे गए ज्ञापन में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में अनिवार्य रूप से सीसी टीवी कैमरे लगाने का अनुरोध किया गया। वीडियोग्राफी कराये जाने की मांग की गई। शासन के नियंत्रण में संचालित शराब दुकानों की आवक जावक एवं विक्रय का नियंत्रण और आवक जावक का लेखा जोखा पूर्ण रूप से चुनाव आयोग के नियंत्रण में हो का सुझाव दिया गया। गैस सिलेंडर, बिजली बिल एवं अन्य शासकीय दस्तावेज जो जनता तक पहुंचते हैं पर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के फोटो को तत्काल हटाये जाने की मांग रखी गई। मुख्य चुनाव आयुक्त से अनुरोध किया गया कि शासन द्वारा 2 माह पूर्व बांटे गए लगभग 50 लाख मोबाइल में शासन ने 6 महीने का डेटा फ्री दिया है। जिस पर आचार संहिता लगने की दिनांक से लेकर चुनाव होते तक के समय का मुफ्त डेटा का हिसाब निकाल कर उसका खर्च बीजेपी के चुनाव खर्च में जोड़ा जाए। चुनाव में केंद्रीय नेताओं द्वारा भविष्य में जनता को अपने भाषण में दिए जाने वाले प्रलोभन जैसी बातों पर कड़ाई करने एवं चुनाव प्रचार में मोबाइल एसएमएस, व्हाट्सएप्प ओर सोशल मीडिया के उपयोग के निर्देशों को स्पष्ट करने सम्बंधित मांगों को चुनाव आयुक्त के समक्ष रखते हुए तत्काल कार्रवाई किये जाने का आग्रह किया गया।
आज मुख्य चुनाव आयुक्त को ज्ञापन सौपने गए जेसीसी-जे के प्रतिनिधिमंडल में इकबाल अहमद रिजवी, नितिन भंसाली, डी.आर.अग्रवाल एवं प्रतीक अग्रवाल शामिल थे।