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शैलेश ने मांगा अमित जोगी का बंगला, छिड़ सकती है लड़ाई

बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय ने प्रशासन से मरवाही सदन को विधायक बंगला के रूप में दिए जाने की मांग की है

बिलासपुर। बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय ने प्रशासन से मरवाही सदन को विधायक बंगला के रूप में दिए जाने की मांग की है। विधायक बनने के बाद शैलेष को अभी तक सरकारी बंगला आबंटित नहीं हो पाया है।  मरवाही सदन अमित जोगी को एलॉट है।

मरवाही सदन बंगला इरीगेशन डिपार्टमेंट का है। वर्तमान में वहां पर मरवाही के पूर्व विधायक अमित जोगी रह रहे हैं। यह बंगला अमित जोगी को मरवाही विधायक होने के नाते आबंटित हुआ था।

शहर के बीच आईजी आफिस के ठीक सामने लोकेशन अच्छी होने की वजह से श्री पाण्डेय की नजर इस बंगले पर है। श्री पाण्डेय को विधायक बनने के बाद अभी तक सरकारी बंगला आबंटित नहीं हो पाया है।

श्री पाण्डेय मंगलवार को छत्तीसगढ़ भवन के रूम नंबर 3 में बैठे थे तभी पीडब्लूडी के सब इंजीनियर अतुल स्वर्णकार उनके पास चर्चा करने आए। पीडब्लूडी सब इंजीनियर ने श्री पाण्डेय को इरीगेशन आफिस के पास स्थित बंगला को देखने जाने का अनुरोध किया।

उक्त बंगला पं. सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति को आबंटित है। इस पर श्री पाण्डेय ने नाराजगी जताते हुए पीडब्लूडी सब इंजीनियर से कहा कि उन्हें जनता के बीच रह सकें ऐसा बंगला चाहिए। उन्होंने मरवाही सदन को दिए जाने की मांग रखी।

इस पर सब इंजीनियर ने उन्हें इस संबंध में प्रशासन के उच्च अधिकारियों से बात करने कहा। इसके बाद श्री पाण्डेय पीडब्लूडी सब इंजीनियर के साथ बंगला देखने गए। इस संबंध में विधायक शैलेष पाण्डेय का कहना है कि उन्होंने विधायक बनने के बाद सरकारी बंगला शहर में दिए जाने का आवेदन दे दिया है ताकि जनता की समस्या सुन सकूं।

मरवाही विधायक अमित जोगी के लिए मरवाही सदन दिया गया था, वे चुनाव नहीं लड़े इसलिए वह बंगला खाली पड़ा है, उसे एलाट करना चाहिए। इस मुद्दे पर अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

संभावना यह भी है कि अब इस बंगले पर मरवाही से विधायक चुने गए अजीत जोगी या कोटा से विधायक चुनी गई उनकी पत्नी रेणु जोगी भी दावा कर सकती हैं ।ऐसी स्थिति में प्रशासन अभी कुछ करने की स्थिति में नहीं दिख रहा है।

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