रायपुर। छत्तीसगढ़ की पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र 4 जनवरी से शुरु होने जा रहा है और अब तक नेता प्रतिपक्ष तय नहीं हो पाया है। नेता प्रतिपक्ष के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल एवं नारायण चंदेल जैसे नाम लगातार चर्चा में हैं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य के अस्तित्व में आने के बाद यह पहला अवसर है कि विधानसभा सत्र शुरु होने की तारीख को कुछ घंटे बचे रहने के बाद भी विपक्ष में नेता प्रतिपक्ष पद को लेकर तस्वीर साफ नहीं है।
भाजपा के ही कुछ जिम्मेदार लोगों का कहना है कि दिल्ली के बड़े नेताओं को न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि मध्यप्रदेश एवं राजस्थान का भी नेता प्रतिपक्ष तय करना है। विधानसभा का सत्र सबसे पहले छत्तीसगढ़ में शुरु हो रहा है।
ऐसी कोई अनिवार्यता नहीं है कि सत्र शुरु होने से पहले नेता प्रतिपक्ष का नाम तय हो ही जाए। नेता प्रतिपक्ष का नाम विधानसभा के चलते सत्र के बीच या उसके बाद भी तय हो सकता है। इस संबंध में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि पहले पर्यवेक्षक के नाम की घोषणा दिल्ली से होगी।
जब पर्यवेक्षक यहां आएंगे तब ही नेता प्रतिपक्ष तय होंगे। ये प्रक्रिया कब तक होगी इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।