बिलासपुर। गुड़ फैक्ट्री में ऑपरेटर गन्ना मशीन को चालू हालत में छोड़कर चाय पीने चला गया। मजदूर मशीन से गन्ना पेर रहा था, इसी दौरान उसके दोनों पैर मशीन की चेन में फंस गए। देखते ही देखते पल भर में जिससे घुटने कट गए। गंभीर हालत में उसे सिम्स में भर्ती कराया गया है। हालत स्थिर बताई जा रही है। मामला लोरमी क्ष्ोत्र के गौरकापा का है।
लोरमी क्षेत्र के जरहापारा निवासी महेश मरकाम 58 वर्ष पिछले चार साल से गौरकापा स्थित गन्ना फैक्ट्री में काम करता है। वह बीते बुधवार की रात काम करने गया। दोपहर करीब 12.3० बजे मशीन से गन्ना पेर रहा था। इसी बीच मशीन ऑपरेटर काम छोड़कर चाय पीने चला गया। इससे गन्ना पेर रहे मजदूर का पैर अचानक मशीन की चेन में फंस गया। घटना के बाद अन्य मजदूर वहां पहुंचे, उसे मशीन से बाहर निकालने के बाद पता चला कि उसके दोनों पैर कट गए थे। इस पर अन्य मजदूरों ने आवाज देकर मशीन ऑपरेटर को बुलाया। आनन-फानन में वाहन की व्यवस्था करके घायल को रात करीब 2.3० बजे सिम्स पहुंचाया गया।
० सिम्स के डॉक्टरों ने किया त्वरित इलाज
सिम्स पहंुचने से पहले मजदूर का खून अधिक बहने के कारण मरीज की हालत गंभीर थी। केजुअल्टी वार्ड के डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू किया। मरीज को इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट करके उसे ब्लड चढ़ाया गया। डॉक्टरों ने किसी तरह उसकी जान बचा ली।
० ठेकेदार मेकाहारा में इलाज कराने पर अड़ा
घायल की पत्नी सुख बाई का कहना है कि ठेकेदार इलाज के लिए मदद तो कर रहा पर वो उसके पति को र मेकाहारा,रायपुर रेफर कराने को कह रहा। वहां जाने से बेहतर होगा कि किसी निजी हॉस्पिटल में उसका इलाज करवाएं पर वह मान नहीं रहा है। इधर ठेकेदार मुरारी चंद्रवंशी का कहना है कि कार्य स्थल पर खतरे वाली कोई बात नहीं है। मशीन की चेन में पैर फंसने के कारण हादसा हो गया। इलाज में पूरी मदद कर रहे हैं। मेकाहारा बड़ा अस्पताल है, वहां और भी अच्छे से इलाज होगा, यही वजह है कि उसे वहां ले जाने की बात कही जा रही है।
वर्जन..
पहले दिन मरीज की हालत गंभीर थी, डॉक्टरों की टीम ने तत्काल इलाज शुरू किया। वर्तमान में उसकी हालत स्थिर है।
डॉ. रमणेश मूर्ति, प्रभारी डीन सिम्स