सत्र शुरु हुए महीना होने को, सीयू में कक्षाएं तक शुरु नहीं हो सकीं
एडहॉक शिक्षकों के डेढ़ सौ पदों पर नहीं हो सकी भर्ती, विद्यार्थियों का भविष्य अधर में
बिलासपुर। प्रदेश की एकमात्र सेंट्रल यूनिवर्सिटी को चला पाने में यहां का प्रबंधन हर बार नाकाम साबित हो रहा है। इस बार मामला कक्षाओं के संचालन और संविदा शिक्षकों की भर्ती से जुड़ा हुआ है।
सीयू के 30 विभाग में संविदा शिक्षकांे के करीब 168 पद विषम सेमेस्टर खत्म होने के बाद से ही रिक्त पड़े हैं। सीयू के अकादमिक कैलेण्डर के हिसाब से इवन सेमेस्टर की कक्षाएं जहां 19 दिसम्बर से शुरु हो जानी थीं वहीं आइटी की कक्षाएं 5 दिसम्बर से ही लगनी थीं
लेकिन अव्यवस्था का आलम कुछ इस कदर हो गया है कि सीयू के 3० विभागों में सहायक प्राध्यापकों के करीब 168 पद रिक्त पड़े हैं। इन पदों पर संविदा के आधार पर नियुक्ति की जानी थी लेकिन प्रबंधन की लेटलतीफी के चलते ये पद अब तक नहीं भरे जा सके हैं। जिसके चलते सीयू के 7 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को कक्षा नहीं लगने की वजह से परेशान होना पड़ रहा है।
30 विभाग के 168 पद खाली
सीयू के 3० विभागों मंे सहायक प्राध्यापकों के 168 पद खाली हैं जिन्हें संविदा पर नियुक्त किया जाना है। दरअसल सीयू में संविदा प्राध्यापकों की नियुक्ति केवल एक सेमेस्टर के लिए की जाती है। एक सेमेस्टर पूरा हो जाने के बाद इनकी सेवाएं समाकर फिर से नई भर्ती की जाती है।
यही हाल इस बार भी है जिसकी वजह से सीयू के विभागों में कक्षाएं नहीं चल पा रही हैं। प्राध्यापकों की कमी और कक्षाओं के ठप पड़े रहने की वजह से विद्यार्थियों की उपस्थिति भी नहीं के बराबरी ही हे। जवाब देना तक मुनासिब नहीं समझ रहा प्रबंधन
सीयू प्रबंधन अपनी गड़बड़ियों पर पूछे जाने वाले सवालों से इतना घबराया हुआ है कि वह जवाब देना तक मुनासिब नहीं समझता है। हर बार किसी न किसी समस्या को लेकर जब सीयू के जिम्मेदार अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की जाती है तो नतीजा सिफर ही रहता है।
मंगलवार को भी संविदा प्राध्यापकों की भर्ती पर भी सीयू प्रबंधन का पक्ष जानने के लिए कुलसचिव श्ौलेन्द्र कुमार से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन जवाब नहीं मिल सका।