कानन जू – सात साल से जमीन में नहीं उतरी ट्रॉय ट्रेन
सैलानियों को जू भ्रमण के लिए खरीदीं की गई थी 2011 में
बिलासपुर। कानन पेंडारी जू में 7 साल पहले खरीदीं गई ट्राय टेàन आज तक सैलानियों के लिए नहीं निकाली गई। अब वह कंडम हो रही है। इसे लेकर अफसर कोई ठोस निर्णय नहीं ले रहे है। केवल तेज आवाज के कारण आज तक इसे जमीन पर नहीं उतारा गया है। इसके लिए के लिए कोई उपाए भी नहीं किए गए है।
गौरतलब है कि कानन पेंडारी चिड़ियाघर में सैलानियों को जू के अंदर भ्रमण कराने के लिए 2०11 में मुंबई के अमरावती से एक टàाय टेàन खरीदीं गई थी। उस समय तकरीबन 20 लाख रूपए की लागत आई थी। जानकर ताज्जुब होगा कि जब उसे कानन जू लेकर आए तब से उसे जमीन पर नहीं उतारा गया है।
आज भी वह जू अधीक्षक के आफिस के सामने कंडम होते खड़ी है। इसे जू के अंदर चलाने की योजना थी, लेकिन जब इसे स्टार्ट किया गया तो इसके तेज आवाज के कारण यह अब तक जस की तस खड़ी है। बता दें कि इस ट्रॉय टेàन में टेàक्टर का इंजन लगा हुआ है।
इसके एक इंजन और दो बोगी भी है। इसका भी उपयोग नहीं किया गया है। अब तो ये भी खराब होने लगी है। कानफोडू आवाज के कारण इसे अब तक जू के अंदर नहीं चलाया जा सका है। जू के अफसर भी इसे चलाने की कोशिश करते रहे लेकिन वह अब तक नहीं चलाई जा सकी है।
कई बार यह भी हुआ कि इसे उपयोग करने के लिए इसे शहर से कानन पेंडारी जू तक चलाने के लिए योजना तक बनाई गई थी। वह भी योजना फुस्स होकर रह गई।
ट्रॉय ट्रेन एक नजर
ट्रॉय ट्रेन – सैलानियों के लिए
लागत – 20 लाख
खरीदीं गई थी – 2011
एक इंजन व दो बोगी
निर्माता कंपनी – मदन इंजिनियरिंग अमरावती महाराष्ट्र