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रफ्तार के कहर ने फिर ने ली दो की जान, ग्रामीणों ने ट्रेलर आग के हवाले किया

नहीं थम रहे बेलगाम ट्रेलरों से हो रहे हादसे, पुलिस की कोशिशों का भी असर नहीं

बिलासपुर। शहर के बेलगाम ट्रेलरों के रफ्तार को लेकर कार्रवाई करने में शासन-प्रशासन का रवैया सुस्त नजर आ रहा है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि शहर में आए दिन सड़क हादसों में लोगों की जानें जा रही हैं। मंगलवार शाम सीपत के पास ही ग्राम गुड़ी थानाक्ष्ोत्र अंतर्गत तेज रफ्तार ट्रेलर की चपेट में आने से मंगलवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई वहीं बाइक में सवार तीसरा युवक गंभीर रूप से घायल है। मिली जानकारी के अनुसार सीपत थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम उत्तरदा में रहने वाले युवक बिलासपुर अपनी मौसी के यहां किसी काम से आऐ थे। शाम को वापस लौटते वक्त गुड़ी बस स्टैंड के करीब तेज रफ्तार ट्रेलर क्रमांक सीजी 12 एस 1637 ने लापरवाहीपूर्वक चलाते हुए उन्हें अपनी चपेट में ले लिया जिससे बाइक सवार मनोज पटेल पिता सोनाऊ राम उम्र 23 वर्ष व भंवर सिह पिता कन्हैया राम 31 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बाइक सवार तीसरा युवक शिव र‘ भारद्बाज पिता हरि लाल 22 वर्ष गंभीर रूप से घायल है जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीपत क्षेत्र में तेज रफ्तार ट्रेलर से लगातार हो रही दुर्घटनाओं से आक्रोशित लोगों ने ट्रेलर को आग के हवाले कर दिया। गौरतलब हो कि 3 दिनों के भीतर सीपत क्षेत्र में यह दूसरी बड़ी घटना है।
० पुलिसिया कार्रवाई बेअसर
इन वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने ना ही स्थानीय पुलिस कार्रवाई कर रही और ना ही प्रशासन इसको लेकर सजग है। वाहनों की चपेट में आने से किसी ना किसी निर्दोष की जान जरुर जा रही है। कई जगहों पर टैफिक सिग्नल बंद पड़े हैं तो कहीं ट्रैफिक पुलिस ही मौजूद नहीं है।
० कोलवाशरी और उद्योग बन रहे मौत की वजह
मस्तूरी सीपत क्षेत्र में ढेरों कोलवाशरी व स्पंज प्लांट हैं जहां आने- जाने वाले भारी वाहन अंधाधुंध रफ्तार से गांवों के बीचोंबीच होकर गुजरते हैं। आबादी क्षेत्र होने के बावजूद वाहनों की रफ्तार में कमी नहीं की जाती है जिसके चलते आए दिन यहां हादसा हो रहा है। इलाके के ग्रामीणों का कहना है कि ट्रेलर चालक नशा करके वाहन चलाते हैं जो घटना का कारण बन जाते हैं। कभी भी पुलिस च्ोकिंग नहीं होती इसलिए उन्हे किसी का डर नहीं रहता। हादसे के बाद चालक मौके से भाग निकलते हैं।
० ट्रेलर के घसीटने से हुई थी महिला की मौत
तीन दिन पहले सीपत क्षेत्र के ग्राम जांजी और मटियारी के बीच पेट्रोल पंप के सामने तेज रफ्तार ट्रेलर क्रमांक सीजी 1० सी 9996 ने दर्राभाठा निवासी हरिश्चन्द्र श्रीवास व उनकी पत्नी राही बाई श्रीवास उम्र 35 वर्ष को जोरदार ठोकर मार दी इस दर्दनाक हादसे में महिला ट्रेलर के चक्के के नीचे आ गयी थी। ट्रेलर चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलते हुए चक्के में फंसी महिला को 3० से 4० फिट घसीटते हुए ले गया जिससे महिला कई टुकड़ो में बंट गयी। यह देखकर आक्रोशित ग्रामीणों ने ट्रेलर को आग के हवाले कर सड़क पर चक्काजाम कर विरोध जताया था।
० प्रतिबंध के बाद भी दौड़ रही गाड़ियां
रात में भारी वाहनों के प्रवेश की बात करें तो नियमानुसार ट्रकों और बड़ी गाड़ियों के रात 11 बजे तक शहर में प्रवेश करने पर प्रतिबंध है। ऐसे में शहर के अंदर भारी वाहनों का फर्राटा भरना खतरे से खाली नहीं है। प्रतिबंध के बावजूद शहर के अंदर आए दिन बड़ी गाड़ियां घुस आती हैं। पकड़े जाने पर पुलिस कार्रवाई भी करती है, लेकिन एंटàी पाइंट पर रोक नहीं लगाने के चलते वाहन चालक धड़ल्ले से शहर के अंदर घुस जा रहे हैं जिसके चलते दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
० केस स्टडी
केस- 1
सीपत थाना के फरहदा गांव में 1 जनवरी को सड़क पार कर रहे ढाई वर्षीय बालक दीपांशु केवट की मौत ट्रेलर की टक्कर से हो गई थी। हादसे के बाद गांव की महिलाओं ने लाठी डंडे निकालकर ट्रेलर में तोड़-फोड़ करने के बाद रास्ता जाम कर दिया था। पुलिस ने आश्वासन दिया था कि वह जल्द ही चेकिंग प्वाइंट लगाएंगे और ड्राइवर के नश्ो में होने की जांच की जाएगी।
केस- 2
सरकंडा नूतन चौक में 31 दिसम्बर को रॉन्ग साइड में चलते हुए ट्रांसफार्मर में जा घुसे बेलगाम ट्रेलर के चालक पर मामला दर्ज किया गया था। सीएसईबी के जूनियर इंजीनियर की शिकायत के आधार पर सरकण्डा पुलिस ने धारा 279, 427 और शासकीय संपत्ति हानि निवारण अधिनियम के तहत करीब साढ़े पांच लाख के नुकसान का मामला दर्ज किया था।
० वर्जन
तेज रफ्तार ट्रेलरों से हो रही दुर्घटना की पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। जल्द ही इस मामले को लेकर पूरी जानकारी दी जाएगी।
अभिष्ोक मीणा, पुलिस अधीक्षक बिलासपुर

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