स्क्रैप व्यापारी हत्याकांड : अमृतसर भाग रहे थे आरोपी , गिरफ्तार
रायपुर। मौदहापारा के कबाड़ी मो.सिराज की अपहरण कर हत्या करने के बाद पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के एस-नौ बोगी में आराम से बैठे रजा बिहारी और नीटू सरदार को जरा भी अंदेशा नहीं था कि ट्रेन के पीछे पुलिस आ रही है और पकड़े जाएंगे। ग्वालियर-आगरा के बीच स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही ग्वालियर पुलिस व जीआरपी की मदद से बुधवार शाम को ही दोनों आरोपियों को दबोच लिया गया।
वहीं रायपुर से ग्वालियर पहुंची पुलिस टीम दोनों आरोपियों को अपने कब्जे में लेकर सड़क मार्ग से रायपुर के लिए निकल चुकी है। शुक्रवार सुबह तक पुलिस टीम के यहां पहुंचने की संभावना है। इसके बाद पुलिस दोपहर में हत्याकांड का खुलासा करेगी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कबाड़ी मो.सिराज को सोमवार शाम फोन कर खुद उसके पार्टनर रजा बिहारी ने टाटीबंध में कंडम गाड़ी का सौदा करने के लिए बुलाया। रजा ने आपसी व लेन-देन के विवाद को लेकर सिराज की हत्या करने का प्लान पहले से तैयार कर रखा था। उसने इस काम के लिए अपने साथी नीटू सरदार की मदद ली।
सिराज घर से करीब तीन लाख रूपए लेकर रजा से जैसे ही मिला, वैसे ही दोनों ने उसे कबीरनगर में बंधक बनाकर 24 घंटे तक रखा। इस दौरान उसकी पिटाई की और पैसे लूट लिए। पुलिस को भ्रमित करने आरोपियों ने सिराज की एक्टीवा को आमानाका और मोबाइल को भनपुरी के कमासीपारा के सूनसान इलाके में फेंक दिया था।
दूसरे दिन मंगलवार की आधी रात हथौड़े से सिराज के सिर में कई वार कर मौत के घाट उतार दिया। लाश को तड़के तेंदुआ गांव के पुल के नीचे फेंककर दोनों छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से अमृतसर जाने के लिए सवार हुए। इधर सिराज की लाश मिलने के बाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला।
कैमरे में दोनों आरोपी छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस का टिकट लेते और बोगी नंबर एस-नौ में सवार होते कैद हुए थे। पुलिस अफसरों ने आरोपियों को ट्रेन में ही दबोचने तत्काल ग्वालियर व आगरा पुलिस, जीआरपी से संपर्क किया।
ग्वालियर पुलिस ने बुधवार शाम को ही ग्वालियर-आगरा के बीच स्टेशन में ट्रेन के रूकते ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने सिराज का हत्या करना कबूला। उनके पास से नकदी 42 हजार बरामद हुआ। इधर नागपुर में पहले से रुकी, रायपुर पुलिस की टीम ने सड़क मार्ग से देर रात ग्वालियर पहुंचकर आरोपियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया।
ग्वालियर पुलिस टीम जब ट्रेन में सफर कर रहे हत्यारों को दबोचने स्टेशन पहुंची तो वे बेफ्रिक बैठे थे। रजा बिहारी पायजामा-कुर्ता पहना था। पुलिस को पहचानने में इसलिए आसानी हुई कि रायपुर की टीम ने पहले से ही दोनों के सीसी फुटेज वॉट्सएप पर शेयर कर दिया था। रजा ने बताया कि वह अमृतसर में एक साथी की मदद से नीटू के साथ छिपकर रहने वाला था। पुलिस का शक जब उस पर गहराया तब उसने फरार होना ही बेहतर समझा।