आरटीई के लिए ऑनलाइन आवेदन, निकलेगी लॉटरी नहीं छिपा पाएगी सीटों की जानकारी
मार्च से शुरू होगी प्रक्रिया
बिलासपुर। आरटीई के तहत निजी स्कूलों में नर्सरी और पहली कक्षा में प्रवेश की प्रक्रिया मार्च से शुरू हो जाएगी। वर्ष 2०19-2० के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने एक मार्च से ऑनलाइन आवेदन मंगाने की तैयारी की है। पिछली बार की तरह इस बार भी प्रदेश भर में ऑनलाइन आवेदन लेकर लॉटरी निकाली जाएगी। जिले के निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत आरक्षित सीटों पर दाखिला हो सकेगा। आरटीई में जिला शिक्षा अधिकारी आवेदन मंगाएंगे। इस मुफ्त शिक्षा के लिए अनुसूचित जाति, जनजाति अथवा विमुक्त जाति अथवा वनभूमि अधिकार उपभोग पत्र धारण करने वाले या 4० प्रतिशत व उससे अधिक दिव्यांग या गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार पात्र होंगे। आवेदकों को आवेदन के साथ सत्यापित दस्तावेज संलग्न करना जरूरी होगा। अधिकारियों के मुताबिक इस बार प्रदेश स्तर पर ऑनलाइन न सिर्फ आवेदन लिया जाएगा, बल्कि लॉटरी भी ऑनलाइन ही निकाली जाएगी। इसके पहले सभी नोडल अधिकारियों को निजी स्कूलों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के सिस्टम को लेकर प्रशिक्षित भी किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी दाखिले के लिए सभी सीटों की ऑनलाइन मॉनिटरिग भी करेंगे।
० नहीं छिपा सकेगें सीटें
आरटीई आवेदन ऑनलाइन होने और लॉटरी प्रकिया होने के कारण कोई भी निजी स्कूल शिक्षा के अधिकार के तहत मिलने वाले सीट की जानकारी नहीं छिपा पाएंगे। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार के बच्चों को भी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई का मौका मिल पाऐगा। ऑनलाइन आवेदन के साथ ही स्कूलों को आरटीई के तहत पढ़ाने वाले बच्चों को सालाना 7 हजार रुपए ऑफलाइन दिया जाता था। इसे भी ऑनलाइन भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। इस वजह से कोई भी स्कूल बच्चों की सीट छिपा कर सरकार से पैसे नहीं ले पाएंगे। भुगतान राशि सीध्ो स्कूल के खाते में जमा करने से स्कूल प्रबंधकों को भी शिक्षा के अधिकार के तहत भर्ती हुए बच्चों के फीस के लिए अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। निजी स्कूल संचालक भी बच्चों के भर्ती करने पर कोई आपत्ति नहीं जता सकेंगे।